लाहौर: पाकिस्तान के कप्तान अजहर अली ने कहा कि एलिस्टेयर कुक के संन्यास से इंग्लैंड का शीर्ष क्रम कमजोर हुआ है और उनकी टीम आगामी टेस्ट श्रृंखला में इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगी. अजहर ने कहा कि टीम के गेंदबाज इंग्लैंड के “कमजोर शीर्ष क्रम” के खिलाफ आक्रामक रवैया अख्तियार करेंगे.
पाकिस्तान को इंग्लैंड दौरे पर तीन टेस्ट और इतने से ही टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं. पहला टेस्ट 30 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जाएगा.

अजहर अली ने इंग्लैंड रवाना होने से पहले कहा,‘‘अगर उनकी बल्लेबाजी इकाई को देखे तो, कुक के हटने के बाद से वो कुछ कमजोर हुई है. उन्होंने हाल ही में बहुत सारे संयोजनों को आजमाया और शायद थोड़ा व्यवस्थित लग रहे हैं, लेकिन वे वास्तव में इसे लेकर उतना आश्वस्त नहीं हैं. ऐसे में यहां हमारे पास मौका होगा.”
सितंबर 2018 में कुक के संन्यास के बाद से, इंग्लैंड ने 18 टेस्ट में शीर्ष क्रम में छह अलग-अलग संयोजनों का उपयोग किया है. इसमें से सिर्फ रोरी बर्न्स ही अपनी जगह पक्की कर सके है.

पाकिस्तान के कप्तान हालांकि जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर की अगुवाई वाली गेंदबाजी आक्रमण की मजबूती से वाकिफ है जो इंग्लैंड की परिस्थितियों में और दमदार होगी.
अजहर ने कहा,”घरेलू परिस्थितियों में उनकी गेंदबाजी आक्रमण शानदार है और इसमें कोई संदेह नहीं है.”
उन्होंने कहा,‘‘जोफ्रा आर्चर के अलावा हमने सबका सामना किया है. ब्रॉड, एंडरसन, वोक्स, स्टोक्स और यहां तक कि वुड जैसे गेंदबाज के बाद भी हम जीतने में सफल रहे.”

अनुभवहीन तेज गेंदबाजी को पाकिस्तान की कमजोर कड़ी के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन अजहर ने उम्मीद जताई कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में नसीम शाह और शाहीन शाह अफरीदी को काफी मदद मिलेगा.
उन्होंने कहा,‘‘मैचों की संख्या को देखे तो इस मामले के इंग्लैंड के गेंदबाजों को काफी अनुभव है. लेकिन हमारे पास कौशल है और वे (पाकिस्तानी गेंदबाज) काफी कुछ कर सकते है.”
पाकिस्तान की 20 सदस्यीय टीम मैनचेस्टर पहुंचने के बाद 20 दिनों तक पृथकवास पर रहेगी. दौरे के सभी मैचों को जैविक रूप से सुरक्षित परिस्थितियों में खेला जाएगा.