हैदराबाद : इंडियन प्रीमियर लीग ने पिछले 12 सीजन की तरह ही इस सीजन भी उन युवा खिलाड़ियों को खोजने का काम किया है जो क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचाने का मद्दा रखते हैं. इस सीजन में देवदत्त पडिक्कल, राहुल तेवतिया, रवि बिश्नोई, टी नटराजन, रुतुराज गायकवाड़, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह सहित कई खिलाड़ियों ने सभी को प्रभावित किया और साथ ही ये विश्वास दिलाया है कि वे आगे कुछ बड़ा करके दिखाएंगे.
इनके अलावा कार्तिक त्यागी, तुषार देशपांडे, रियान पराग, प्रियम गर्ग और अब्दुल समद जैसे कुछ अन्य युवा भी इस सीजन मिले सीमित अवसरों में लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने में कामयाब रहें.
आईपीएल के 13 साल के इतिहास में कभी भी प्लेऑफ तक पहुंचने की रेस इतनी जद्दोजहत वाली नहीं रही है. आईए एक नजर डाल लेते है उन युवा खिलाड़ियों पर जिन्होंने 2020 में कमाल का प्रदर्शन किया.
1. देवदत्त पडिक्कल
20 वर्षीय देवदत्त पडिक्कल ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए खेलते हुए अब तक 14 पारियों में पांच अर्धशतक की मदद से 472 रन बनाए हैं. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 125 का रहा है जिसमें 51 चौके और एक छक्का शामिल है.
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था, "उन्होंने (पडिकल) आईपीएल में दबाव को अच्छी तरह से संभाला है. ये टूर्नामेंट दुनिया भर में देखा जाता है और इसका फैन बेस बहुत बड़ा है. उनका करियर काफी लंबा है. एक बात तो पक्की है कि अगर वो अपनी मेहनत जारी रखते है, अपनी फिटनेस बनाए रखते हैं तो वो बहुत आगे जाएंगे."
2. राहुल तेवतिया
हालांकि राजस्थान रॉयल्स इस साल प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे रही है लेकिन टीम को तेवतिया के रूप में एक स्टार खिलाड़ी मिल चुका है.
पंजाब के खिलाफ खेली गई एक पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया. दरअसल, इस मैच में तेवतिया ने 31 गेंदों पर बेहतरीन 53 रनों की पारी खेली थी और इस दौरान उन्होंने 7 छक्के लगाए थे. दिलचस्प बात ये है कि शेल्डन कॉटरेल की एक ही ओवर में उन्होंने 5 छक्के लगाए और टीम की जीत में हीरो साबित हुए.
खेले गए 11 पारियों में उन्होंने 255 रन बनाए और साथ ही 10 विकेट भी अपने नाम कर खुद को एक असरदार ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया.
3. रवि बिश्नोई
अंडर-19 विश्व कप में 17 विकेट अपने नाम कर टूर्नामेंट के सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी बिश्नोई के लिए ये आईपीएल ड्रीम डेब्यू सीजन से कम नहीं रहा. किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हुए इस युवा खिलाड़ी ने 14 पारियों में कुल 12 विकेट अपने नाम किए.
इस आईपीएल सीजन बिश्नोई ने डेविड वॉनर, जॉनी बेयरस्टो, ऋषभ पंत, आरोन फिंच, इयोन मोर्गन जैसे खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया जिनमें स्पिन को खिलने की बेहतरीन काबिलियत है.
4. टी नटराजन
सनराइजर्स हैदराबाद को भी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज नटराजन के रूप में एक उभरता हुआ सितारा मिला. भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में, तमिलनाडु का ये 29 वर्षीय गेंदबाज इस सीजन में मुख्य आकर्षण में से एक रहा है. उन्होंने 13 मैचों में 14 विकेट लिए हैं और कप्तान डेविड वॉर्नर के लिए अहम गेंदबाजों में से एक रहे हैं, इस सीजन अपने प्रदर्शन से उन्होंने दिखा दिया है कि कप्तान उस वक्त उन पर भरोसा कर सकते हैं जब टीम को विकेट की सख्त जरूरत हो.
5. रुतुराज गायकवाड़
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस साल कुछ भी अच्छा नहीं रहा. ना ही टीम प्लेऑफ के लिए क्वॉलीफाई कर पाई और ना ही टीम के स्टार खिलाड़ी अपना बेस्ट प्रदर्शन दे पाएं. लेकिन चेन्नई को रुतुराज के रूप में एक शानदार ओपनर मिला जिस पर टीम आंख बंद करके भरोसा कर रही थी और वे टीम के इस भरोसे पर खरे भी उतरे.
इस दांए हाथ के बल्लेबाज ने खेले गए 6 पारियो में 51 की औसत से 204 रन बनाएं. उनकी इन पारियों की मदद से तीन बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 13 के आखिरी तीन मैचों मे जीत दर्ज कर एक सम्मानजनक विदाई की हकदार बनी.
रुतुराज की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा था कि वह यहां के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में से एक है.
6. वरुण चक्रवर्ती
कोलकाता नाइट राइडर्स के लेग स्पिनर चक्रवर्ती के लिए ये आईपीएल किसी सपने के सच होने से कम नहीं है. आर्किटेक्ट से क्रिकेटर बने इस खिलाड़ी ने 13 मैचों में 17 विकेट लिए और काफी सुर्खियां भी बटोरी. अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत चक्रवर्ती ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम में भी चुने गए.
29 वर्षीय स्पिनर ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना जाना सही है. भारतीय टीम के लिए चुने जाने का मौका मिलना निश्चित रूप से मेरे लिए बहुत बड़ी बात है. मैं वास्तव में इसकी उम्मीद नहीं कर रहा था."
7. अर्शदीप सिंह
किंग्स इलेवन पंजाब के लिए मीडियम पेसर अर्शदीप सिंह भी उभरते हुए सितारे साबित हुए. हालांकि उन्होंने आठ मैचों में नौ विकेट चटकाए, लेकिन इस छह फुट लंबे गेंदबाज ने सभी को अपनी गेंदबाजी पर भरोसा दिलाया.
उन्होंने इस सीजन रोहित शर्मा, मनीष पांडे और आंद्रे रसेल जैसे बेहतरीन खिलाड़ियों का विकेट लेकर खुद को साबित किया.
हालांकि पूरे सीजन वे मोहम्मद शमी और क्रिस जॉर्डन की छाया में रहे, लेकिन फिर भी इस 21 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी उपस्थिति को महसूस कराया और दिखाया कि वह निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रदर्शन करने की प्रतिभा रखते हैं.