मुंबई: इरफान पठान ने शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की. वह अपने करियर के दौरान अधिकतर समय चोटों से जूझते रहे जिसके कारण अपनी वास्तविक क्षमता दिखाने में भी नाकाम रहे. इस 35 वर्षीय खिलाड़ी का संन्यास लेना तय माना जा रहा था क्योंकि उन्होंने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में खेला था
इरफान पठान ने एक न्यूज एजेंसी से कहा कि, 'जितना भी प्यार मुझे आज तक क्रिकेट और मेरे फैंस ने दिया है इन सब के लिए मैं भगवान का शुक्र गुजार हूं.
उन्होंने कहा, 'चाहें मैंने 500 और 600 विकेट नहीं लिए फिर भी एक लेफ्ट आर्म पेसर होने के नाते मैं टॉप 5 में रह चुका हूं. ये मेरे जीवन में बहुत बड़ी उपलब्धि थी. और लोगों की तरह मैं भी इससे ज्यादा बहतर करना चाहता था, लेकिन बस अब कुछ और करने का समय आ गया है, लेकिन मैं क्रिकेट के साथ ही जुड़ा रहूंगा.
गौरतलब है कि पठान जम्मू एवं कश्मीर के लिए खिलाड़ी एवं मेंटर रहे इससे पहले बड़ौदा से घरेलू क्रिकेट खेला. उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो अक्तूबर, 2012 को खेला था, जो टी-20 था. वह पिछले दो साल से कमेंटरी से जुड़े हैं जो उनकी भविष्य की योजनाओं में शामिल है.
पठान ने ये भी कहा है कि, 'भारतीय टीम की कैप मिलना मेरे दिल के सबसे करीब है. वहीं मेरे करियर का सबसे अच्छा पल टी-20 विश्व कप जीतना है.'