मुंबई : पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज और आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 में टी20 विश्व कप की जीत ने क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप को और अधिक लोकप्रिय बनाया है.
![Team India, T20 World Cup](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/msdnw1588412730745-11_0205email_1588412741_936.jpg)
लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
बालाजी ने एक क्रिकेट कार्यक्रम में कहा, "धोनी की कप्तानी में 2007 में जीते गए टी 20 विश्व कप की जीत ने टी 20 प्रारूप को और अधिक लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई."
महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया 2007 में खेले गए पहले टी 20 विश्व कप फाइनल में आखिरी ओवर तक चले मैच में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर विश्वविजेता बना था.
![2007 t20 world cup](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/2007-t201588412730746-4_0205email_1588412741_243.jpg)
बदानी ने समय में आए बदलाव पर कहा, " पुराने दिनों की बात है जब शोएब अखतर बहुत दूर से दौड़ कर आते थे, काफी तेज गेंद फेंकते थे लेकिन राहुल द्रविड़ उन गेंदों को आसानी से छोड़ देते थे. ये क्लासिक क्रिकेट का हिस्सा था, जोकि इन दिनों कम हो गया है."
इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच लक्ष्मपति बालाजी ने कहा था कि जब टी-20 विश्व कप टीम को चुनने की बात आती है तो किसी को महेंद्र सिंह धोनी के आराम लेने की बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि धोनी के खेल पर आराम का फर्क नहीं पड़ता.