हैदराबाद: पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी कैप्टन कूल के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर हैं, मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी उनको शांत रहते देखा गया है लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बिच हुए एक रोमांचक मुकाबले के दौरान उन्होंने अपना आपा खो दिया.
इस मैच के आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स की एक गेंद को जब अंपायर ने पहले नो बॉल करार दिया लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया तो धोनी अंपायरों से चर्चा करने पवेलियन से मैदान में आ गए.
आपको बता दें कि मैच के आखिरी ओवर की चौथी गेंद को अंपायर ने पहले नो बॉल दिया था लेकिन फिर वो अपने फैसले से पलट गए. इसके बाद क्रिज पर मौजुद जडेजा ने अंपायर से बात करने लगे लेकिन एम एस धोनी अपने डगआउट से मैदान में घुस आए और दोनों अंपायरों से बहस करने लगे. अंत में अंपायरों ने अपना फैसला नहीं बदला और उस बॉल को नो बॉल नहीं दिया गया.
मैदान में इस तरह से धोनी के घुसने और अंपायर से बहस करने की कमेंटेटर्स ने भी गलत ठहराया और इसकी निंदा की. कमेंट्री कर रहे वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि धोनी से इस तरह के बर्ताव की किसी को उम्मीद नहीं थी. हालांकि अंत में चेन्नई सुपर किंग्स ने ही मैच जीता.