हैदराबाद: भारतीय क्रिकेट टीम की विशाल बल्लेबाजी लाइन-अप के चर्चे दुनियाभर में मशहूर है. एक समय हुआ करता था, जब टीम के पास सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज एक साथ खेला करते थे और विपक्षी टीमें इन महान खिलाड़ियों का नाम सुनकर ही कांपने लगती थी.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने एक ऐसा ही किस्सा शेयर किया है, जो वाकई में अपने आप में काफी दिलचस्प है. आसिफ ने 2006 में भारत के खिलाफ खेले गए कराची टेस्ट को याद किया है. उनका ऐसा कहना है कि कराची टेस्ट के दौरान मैं (मो. आसिफ) और शोएब अख्तर टीम इंडिया की बल्लेबाजी को देखकर परेशान हो गए थे.
कामरान अकमल के साथ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बातचीत करते हुए मोहम्मद आसिफ ने कहा, ''हमने उनकी बल्लेबाजी को देखा और सोचने लगे कि कैसे सबको आउट करेंगे. उन सभी बल्लेबाजों ने मिलकर एक से डेढ़ लाख रन बनाए थे. जबकि व्यक्तिगत सबके नाम 15 से 20 हजार रन थे.''
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उन्होंने आगे कहा, ''इसमें संदेह नहीं करना चाहिए कि उस समय उनकी बैटिंग बहुत शानदार थी और उसमें बहुत गहराई थी, तब धोनी नम्बर 7 या 8 पर खेला करते थे. मैंने और शोएब भाई ने उनकी शीट देखी और सोच में पड़ गए कि इनको आउट कैसे करेंगे.''
आसिफ ने कहा, ''मुझे याद है कि मैंने और शोएब भाई ने काफी तेज गेंदबाजी की थी उस मैच में. उन्होंने बल्लेबाजों को तेज बाउंसर किए जबकि मैं लगातार आगे गेंद फेंक रहा था. जिससे बल्लेबाज दो तरीके से सोचने पर मजबूर हो गए. शोएब भाई को उस मैच में विकेट तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने मेरे लिए प्लेटफॉर्म सेट किया.''
बताते चलें कि इस टेस्ट मैच में आसिफ ने सात और अख्तर ने तीन विकेट चटकाए थे और पाकिस्तान ने ये मुकाबला 341 रनों के बड़े अंतर से जीता था.