कराची : पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने अपने छोटे करियर में काफी कुछ देखा है. आमिर का नाम स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में आया था जिसके लिए उनको पांच सालों के लिए बैन भी कर दिया था. उसके बाद उन्होंने टीम पाकिस्तान में जबरदस्त वापसी की और टीम का अहम हिस्सा बन गए.
पिछले साल 2019 विश्व कप में चुने जाने के बाद उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. उनके इस निर्णय से कई लोगों ने उनकी आलोचना की थी. कई पूर्व खिलाड़ियों ने उनके खिलाफ बातें की थीं. लेकिन उन्होंने ये कदम क्यों उठाया, इसकी वजह अब उन्होंने साफ कर दी है.
आमिर ने कहा, "मुझे पता था कि अगर मैं तीनों फॉर्मेट खेलूंगा, खास कर टेस्ट क्रिकेट, तो मेरा शरीर मेरा साथ नहीं देगा. मेरा शरीर इतना टूट चुका था कि सोशल मीडिया पर लोग कहने लगे थे कि आमिर का स्विंग चला गया, पेस भी कम हो गया और उसको लय नहीं मिल पा रही है. तो उनको ये सोचना चाहिए कि आमिर कोई मशीन नहीं है, इंसान हूं और पेस कम होने, स्विंग खत्म होने के पीछे और लय खोने के पीछे कोई कारण होता है. मैं पांच साल के गैप के बाद वापस आया और मैं नहीं चाहता था कि दो साल में ही मेरा करियर खत्म हो जाए."
साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 विश्व कप खेलते के बाद उनको लगा कि उनको अपना वर्कलोड कम करना चाहिए.
आमिर ने कहा, "विश्व कप के समय मुझे लगा था कि हम एक ऐसे स्टेज पर हैं जहां मैं वो टूर्नामेंट खेलने के लिए मर रहा था लेकिन मुझे ड्रॉप कर दिया जा रहा था इसलिए मुझे इस बात का निर्णय लेना था कि मुझे अपनी क्रिकेट के साथ क्या करना है और अगले 5-6 सालों में खुद को किस तरह आगे बढ़ने देना है. खेलना मुद्दा नहीं है, टॉप पर बने रहना सबसे बड़ी चुनौती है. तीन में से केवल एक मैच में अच्छा करूं तो क्या फायदा. अगर अल्लाह ने मुझे एक अच्छा गेंदबाज बनाया है तो मुझे उसे बरकरार रखना है, दूसरे लोगों कि तरह नहीं कि 130 पर गेंदबाजी कर विकेट लेकर खुश हो जाऊं. अगर मैं ऐसा करता हूं तो इसका मतलब ये है कि मैं अपनी काबीलियत को दर्शा नहीं पा रहा हूं. मुझे पता है कि मैं 140 पर गेंद डाल सकता हूं लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पा रहा हूं तो मुझे ऐसा करने के लिए कोई रास्ता तो निकालना पड़ेगा."
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने बताया, "विश्व कप के पहला मैच विंडीज के साथ हुआ था, मैं अपनी कॉलर बोन नहीं देख पा रहा था, मैंने एक रात पहले तीन पेन किलर खाए थे और तीन और पेन किलर सुबह खाए थे. जब पहली गेंद डाली तब मैं दर्द के कारण अंदर से चीख रहा था, मैं इतने दर्द में था. दूसरों ने वो चिल्लाना नहीं सुना लेकिन मैं रोया था. विश्व कप के दौरान, मैंने माइकी को बोला कि मैं टेस्ट से संन्यास ले रहा हूं और मैं इसकी घोषणा कर रहा हूं क्योंकि मुझे अपनी बॉडी बनाने के लिए समय चाहिए और जब तक मैं टेस्ट खेलूंगा, मेरा शरीर रिकलर नहीं हो पाएगा."