हैदराबाद: मिस्बाह-उल-हक ने पाकिस्तान पुरुष टीम के मुख्य चयनकर्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. अब वे केवल मुख्य कोच की भूमिका पर ही ध्यान केंद्रित करेंगे.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह ने पिछले साल सितंबर में पाकिस्तान के लिए दोहरी भूमिका संभाली थी. वे टीम के मुख्य चयनकर्ता और मुख्य कोच की भूमिका निभा रहे हैं. उन्हें तीन साल के कार्यकाल के साथ कोच नियुक्त किया गया था.
मिकी आर्थर के नेतृत्व में टीम आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप में सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गई थी, इस वजह से मिस्बाह को ये भूमिका सौंपी गई थी.
मिस्बाह उल हक ने ये फैसला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के नए कोड ऑफ एथिक्स के चलते लिया है. पिछले साल सितम्बर महीने में जब उन्हें ये दोनों जिम्मेदारी सौंपी गई थी, तब पीसीबी में ये नियम नहीं थे लेकिन इस साल जुलाई में बने नए नियमों के अनुसार उन्हें ये पद छोड़ना पड़ा है.
मिस्बाह ने भी इस फैसले पर कहा कि दोनों जिम्मेदारियों को निभाने का उनपर जबरदस्त दबाव है. इसलिए वो बस कोच की भूमिका ही निभाना चाहते हैं.
मिस्बाह ने कहा, "मैंने दोहरी भूमिकाओं का पूरा आनंद लिया है, लेकिन पिछले 12 महीनों की समीक्षा करने के बाद और अपने कार्यकाल के अगले 24 महीनों के कार्यभार को देखते हुए, ये उचित है कि मैं अपना सारा समय, ऊर्जा और ध्यान एक ही भूमिका में लगाऊं."
उन्होंने आगे कहा, "मेरे फैसले का समर्थन करने के लिए मैं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का आभारी हूं."
पीसीबी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि नया मुख्य चयनकर्ता 1 दिसंबर को जिम्मेदारी संभालेगा, तब तक मिस्बाह ही इस भूमिका को निभाते रहेंगे.
मिस्बाह के कोचिंग कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान टीम के मिले-जुले परिणाम देखने को मिले है. खेले गए19 मैचों में से पाकिस्तान ने सात मैच जीते हैं और नौ में हार का सामना करना पड़ा था.