ETV Bharat / sports

WC 2019: जानिए टीम इंडिया के अंतिम-15 खिलाड़ियों के बारे में खास बातें

इंग्लैंड एंड वेल्स में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. विश्व कप की 15 सदस्यीय भारतीय टीम की अगुवाई कप्तान विराट कोहली करेंगे और रोहित शर्मा टीम के उप-कप्तान होंगे. वहीं दिनेश कार्तिक को महेंद्र सिंह धोनी के अलावा रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है.

टीम इंडिया
author img

By

Published : Apr 16, 2019, 3:10 PM IST

हैदराबाद: इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से शुरू हो रहे वनडे विश्व कप के लिए सोमवार को 15 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है.

आइए एक नजर डालते हैं विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम पर.

15 सदस्यीय भारतीय टीम
15 सदस्यीय भारतीय टीम

विराट कोहली : विश्व कप में टीम की कप्तानी इन्हीं के हाथों में होगी. साथ ही ये टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं. हालांकि जारी आईपीएल में कोहली ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए हैं. लेकिन पूरे देश को ये उम्मीद है कि 30 साल का ये खिलाड़ी जो भारत की रन मशीन है, विश्व कप में अपनी फॉर्म में होगा और साथ ही शानदार कप्तानी करते हुए टीम को खिताब दिलाकर स्वेदश लौटेगा.

'विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा होना, सपना सच होने जैसा है'

दिनेश कार्तिक : इन्हें टीम में रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है. 30 साल के कार्तिक के पास 91 वनडे मैचों का अनुभव है. कार्तिक ने ऋषभ पंत को पछाड़ते हुए टीम में जगह बनाई है. बीसीसीआई की सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा कि कार्तिक विकेटकीपिंग के मामले में पंत से बेहतर हैं. साथ ही अनुभव भी उनके पक्ष में गया.

विजय शंकर : 26 साल के इस हरफनमौला खिलाड़ी को नंबर-4 के लिए चुना गया है. इस रेस में तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने अनुभवी अंबाती रायडू को पछाड़ा है. इनकी शानदार फील्डिंग और तेज गेंदबाज होना टीम चयन में इनके पक्ष में गया.

भुवनेश्वर कुमार : उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाला दाएं हाथ का ये तेज गेंदबाज पिछले चार साल से देश के तेज गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा हैं. हालांकि बीते दिनों से इनकी फॉर्म थोड़ी सी रास्ते से भटकी है. आईपीएल में भी इनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा है. टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि इंग्लैंड में ये गेंदबाज अपनी फॉर्म में वापसी करेगा और भारत को विकेट दिलाएगा.

रवींद्र जडेजा : राजकोट के रहने वाले 30 साल के इस खिलाड़ी को तीसरे स्पिनर के तौर पर विश्व कप का टिकट मिला है. जडेजा बल्ले और गेंद के अलावा अपनी शानदार फील्डिंग से भी टीम में अहम योगदान दे सकते हैं. आईपीएल में अभी तक इनका प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि बाएं हाथ का ये खिलाड़ी विश्व कप में इसी प्रदर्शन को जारी रखे.

टीम इंडिया
टीम इंडिया

लोकेश राहुल : राहुल को टीम में तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर चुना गया है. शिखर धवन और रोहित शर्मा टीम के दो प्रमुख सलामी बल्लेबाज हैं. ऐसे में राहुल को अंतिम-11 में मौका तभी मिलेगा जब इन दोनों में से कोई एक चयन के लिए उपलब्ध नहीं होगा. बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि टीम प्रबंधन चाहेगा तो राहुल किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं. आईपीएल के जारी संस्करण में राहुल लगातार रन कर रहे हैं. उनसे विश्व कप में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

केदार जाधव : पिछले दो साल से ये खिलाड़ी भारत की सीमित ओवरों की टीम का नियमित सदस्य है. तेजी से रन बनाने, बड़े शॉट्स खेलने के अलावा जाधव की विकेट लेने की क्षमता भी उन्हें अंतिम-11 में जगह पक्की कराती है. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए जाधव ने अच्छा प्रदर्शन किया है. अगर टीम अपने दो कलाई के स्पिनरों में से एक को आराम देना चाहती है तो वो जाधव को अंतिम-11 में जरूर शामिल करेगी.

'अपने पहले विश्व कप के लिए उत्साहित हूं, हर खिलाड़ी का सपना होता है विश्व कप में खेलना'

युजवेंद्र चहल : 28 साल का ये लेग स्पिनर सीमित ओवरों में टीम का नियमित सदस्य है. ये कोहली के उन गेंदबाजों में से है जो जरूरत पड़ने पर विकेट दिला सकता है.

महेंद्र सिंह धोनी : ये टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं है. धोनी का शायद ये आखिरी विश्व कप होगा. वो अपनी फीनिंशिंग क्षमता से टीम का अहम हिस्सा हैं. अपनी कप्तानी में 2011 में टीम को विश्व विजेता बना चुके धोनी के पास अपार अनुभव है और उनके फैसले लेने की क्षमता अद्भुत है जो उन्हें टीम की रीढ़ की हड्डी बनाती है. कोहली ने कई बार टीम में धोनी की उपयोगिता का बखान किया है.

जसप्रीत बुमराह : 49 वनडे मैचों में बुमराह 85 विकेट ले चुके हैं. अजीब एक्शन वाला यो गेंदबाज विश्व कप में टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेगा. बुमराह किसी भी स्थिति में विकेट निकाल सकते हैं. इन्हें डेथ ओवरों का विशेषज्ञ गेंदबाज माना जाता है.

'क्रिकेट से कुछ समय दूर रहने से मैंने बहुत कुछ सीखा'- पांड्या

हार्दिक पांड्या : ये हरफनमौला खिलाड़ी आज के क्रिकेट का सही उदाहरण है. टीवी चैट शो पर महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद बयान देने के बाद विवादों में फंसे हार्दिक ने उस विवाद को पीछे छोड़ते हुए शानदार वापसी की है और आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से शानदार खेल रहे हैं. पांड्या को चौथे तेज गेंदबाज के रूप में देखा जा रहा है. साथ ही ये खिलाड़ी बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं.

रोहित शर्मा : रोहित को 'हिटमैन' के नाम से जाना जाता है. रोहित को बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी कहा जाता है. जब वो लय में होतें हैं तो दुनिया के श्रेष्ठ गेंदबाज को भी पटरी से उतार सकते हैं. रोहित पर धवन के साथ टीम को मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी. रोहित टीम के उप-कप्तान भी हैं.

शिखर धवन : रोहित के साथ इनकी जुगलबंदी शानदार है. ये शीर्ष क्रम की मजबूत कड़ी हैं. धवन ने इंग्लैंड में हमेशा अच्छा किया है. उनके पास गेंद की लेंथ को जल्दी भांपने की क्षमता है. जिसकी वजह से वो किसी भी शॉट को आसानी से खेल सकते हैं. रोहित की तरह धवन को भी बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी माना जाता है. कोहली उम्मीद करेंगे कि 'गब्बर' नाम से मशहूर ये खिलाड़ी इंग्लैंड में अपना जौहर दिखाए.

कुलदीप यादव : चहल और कुलदीप टीम के स्पिन विभाग की अहम कड़ी हैं. 44 वनडे में कानपुर के इस चाइनामैन ने 87 विकेट लिए हैं. इंग्लैंड में विकेटों के धीमी भी रहने की उम्मीद है जहां कुलदीप बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.

मोहम्मद शमी : दाएं हाथ का ये गेंदबाज इस समय शानदार फॉर्म में है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शमी का प्रदर्शन लाजबाव रहा था. शमी की फिटनेस भी इस समय अच्छी है. साथ ही वो गेंद को अच्छे से स्विंग करा रहे हैं जिससे वो विपक्षी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं.

हैदराबाद: इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से शुरू हो रहे वनडे विश्व कप के लिए सोमवार को 15 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है.

आइए एक नजर डालते हैं विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम पर.

15 सदस्यीय भारतीय टीम
15 सदस्यीय भारतीय टीम

विराट कोहली : विश्व कप में टीम की कप्तानी इन्हीं के हाथों में होगी. साथ ही ये टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं. हालांकि जारी आईपीएल में कोहली ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए हैं. लेकिन पूरे देश को ये उम्मीद है कि 30 साल का ये खिलाड़ी जो भारत की रन मशीन है, विश्व कप में अपनी फॉर्म में होगा और साथ ही शानदार कप्तानी करते हुए टीम को खिताब दिलाकर स्वेदश लौटेगा.

'विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा होना, सपना सच होने जैसा है'

दिनेश कार्तिक : इन्हें टीम में रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है. 30 साल के कार्तिक के पास 91 वनडे मैचों का अनुभव है. कार्तिक ने ऋषभ पंत को पछाड़ते हुए टीम में जगह बनाई है. बीसीसीआई की सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा कि कार्तिक विकेटकीपिंग के मामले में पंत से बेहतर हैं. साथ ही अनुभव भी उनके पक्ष में गया.

विजय शंकर : 26 साल के इस हरफनमौला खिलाड़ी को नंबर-4 के लिए चुना गया है. इस रेस में तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने अनुभवी अंबाती रायडू को पछाड़ा है. इनकी शानदार फील्डिंग और तेज गेंदबाज होना टीम चयन में इनके पक्ष में गया.

भुवनेश्वर कुमार : उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाला दाएं हाथ का ये तेज गेंदबाज पिछले चार साल से देश के तेज गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा हैं. हालांकि बीते दिनों से इनकी फॉर्म थोड़ी सी रास्ते से भटकी है. आईपीएल में भी इनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा है. टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि इंग्लैंड में ये गेंदबाज अपनी फॉर्म में वापसी करेगा और भारत को विकेट दिलाएगा.

रवींद्र जडेजा : राजकोट के रहने वाले 30 साल के इस खिलाड़ी को तीसरे स्पिनर के तौर पर विश्व कप का टिकट मिला है. जडेजा बल्ले और गेंद के अलावा अपनी शानदार फील्डिंग से भी टीम में अहम योगदान दे सकते हैं. आईपीएल में अभी तक इनका प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि बाएं हाथ का ये खिलाड़ी विश्व कप में इसी प्रदर्शन को जारी रखे.

टीम इंडिया
टीम इंडिया

लोकेश राहुल : राहुल को टीम में तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर चुना गया है. शिखर धवन और रोहित शर्मा टीम के दो प्रमुख सलामी बल्लेबाज हैं. ऐसे में राहुल को अंतिम-11 में मौका तभी मिलेगा जब इन दोनों में से कोई एक चयन के लिए उपलब्ध नहीं होगा. बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि टीम प्रबंधन चाहेगा तो राहुल किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं. आईपीएल के जारी संस्करण में राहुल लगातार रन कर रहे हैं. उनसे विश्व कप में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी.

केदार जाधव : पिछले दो साल से ये खिलाड़ी भारत की सीमित ओवरों की टीम का नियमित सदस्य है. तेजी से रन बनाने, बड़े शॉट्स खेलने के अलावा जाधव की विकेट लेने की क्षमता भी उन्हें अंतिम-11 में जगह पक्की कराती है. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए जाधव ने अच्छा प्रदर्शन किया है. अगर टीम अपने दो कलाई के स्पिनरों में से एक को आराम देना चाहती है तो वो जाधव को अंतिम-11 में जरूर शामिल करेगी.

'अपने पहले विश्व कप के लिए उत्साहित हूं, हर खिलाड़ी का सपना होता है विश्व कप में खेलना'

युजवेंद्र चहल : 28 साल का ये लेग स्पिनर सीमित ओवरों में टीम का नियमित सदस्य है. ये कोहली के उन गेंदबाजों में से है जो जरूरत पड़ने पर विकेट दिला सकता है.

महेंद्र सिंह धोनी : ये टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं है. धोनी का शायद ये आखिरी विश्व कप होगा. वो अपनी फीनिंशिंग क्षमता से टीम का अहम हिस्सा हैं. अपनी कप्तानी में 2011 में टीम को विश्व विजेता बना चुके धोनी के पास अपार अनुभव है और उनके फैसले लेने की क्षमता अद्भुत है जो उन्हें टीम की रीढ़ की हड्डी बनाती है. कोहली ने कई बार टीम में धोनी की उपयोगिता का बखान किया है.

जसप्रीत बुमराह : 49 वनडे मैचों में बुमराह 85 विकेट ले चुके हैं. अजीब एक्शन वाला यो गेंदबाज विश्व कप में टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेगा. बुमराह किसी भी स्थिति में विकेट निकाल सकते हैं. इन्हें डेथ ओवरों का विशेषज्ञ गेंदबाज माना जाता है.

'क्रिकेट से कुछ समय दूर रहने से मैंने बहुत कुछ सीखा'- पांड्या

हार्दिक पांड्या : ये हरफनमौला खिलाड़ी आज के क्रिकेट का सही उदाहरण है. टीवी चैट शो पर महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद बयान देने के बाद विवादों में फंसे हार्दिक ने उस विवाद को पीछे छोड़ते हुए शानदार वापसी की है और आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से शानदार खेल रहे हैं. पांड्या को चौथे तेज गेंदबाज के रूप में देखा जा रहा है. साथ ही ये खिलाड़ी बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं.

रोहित शर्मा : रोहित को 'हिटमैन' के नाम से जाना जाता है. रोहित को बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी कहा जाता है. जब वो लय में होतें हैं तो दुनिया के श्रेष्ठ गेंदबाज को भी पटरी से उतार सकते हैं. रोहित पर धवन के साथ टीम को मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी. रोहित टीम के उप-कप्तान भी हैं.

शिखर धवन : रोहित के साथ इनकी जुगलबंदी शानदार है. ये शीर्ष क्रम की मजबूत कड़ी हैं. धवन ने इंग्लैंड में हमेशा अच्छा किया है. उनके पास गेंद की लेंथ को जल्दी भांपने की क्षमता है. जिसकी वजह से वो किसी भी शॉट को आसानी से खेल सकते हैं. रोहित की तरह धवन को भी बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी माना जाता है. कोहली उम्मीद करेंगे कि 'गब्बर' नाम से मशहूर ये खिलाड़ी इंग्लैंड में अपना जौहर दिखाए.

कुलदीप यादव : चहल और कुलदीप टीम के स्पिन विभाग की अहम कड़ी हैं. 44 वनडे में कानपुर के इस चाइनामैन ने 87 विकेट लिए हैं. इंग्लैंड में विकेटों के धीमी भी रहने की उम्मीद है जहां कुलदीप बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.

मोहम्मद शमी : दाएं हाथ का ये गेंदबाज इस समय शानदार फॉर्म में है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शमी का प्रदर्शन लाजबाव रहा था. शमी की फिटनेस भी इस समय अच्छी है. साथ ही वो गेंद को अच्छे से स्विंग करा रहे हैं जिससे वो विपक्षी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं.

Intro:Body:

WC 2019: जानिए टीम इंडिया के अंतिम-15 खिलाड़ियों के बारे में खास बातें



 



इंग्लैंड एंड वेल्स में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुका है. विश्व कप की 15 सदस्यीय भारतीय टीम की अगुवाई कप्तान विराट कोहली करेंगे और रोहित शर्मा टीम के उप-कप्तान होंगे. वहीं दिनेश कार्तिक को महेंद्र सिंह धोनी के अलावा रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है.



हैदराबाद: इंग्लैंड एंड वेल्स में 30 मई से शुरू हो रहे वनडे विश्व कप के लिए सोमवार को 15 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है.



आइए एक नजर डालते हैं विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम पर.



विराट कोहली : विश्व कप में टीम की कप्तानी इन्हीं के हाथों में होगी. साथ ही ये टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं. हालांकि जारी आईपीएल में कोहली ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए हैं. लेकिन पूरे देश को ये उम्मीद है कि 30 साल का ये खिलाड़ी जो भारत की रन मशीन है, विश्व कप में अपनी फॉर्म में होगा और साथ ही शानदार कप्तानी करते हुए टीम को खिताब दिलाकर स्वेदश लौटेगा.



दिनेश कार्तिक : इन्हें टीम में रिजर्व विकेटकीपर के तौर पर चुना गया है. 30 साल के कार्तिक के पास 91 वनडे मैचों का अनुभव है. कार्तिक ने ऋषभ पंत को पछाड़ते हुए टीम में जगह बनाई है. बीसीसीआई की सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने कहा कि कार्तिक विकेटकीपिंग के मामले में पंत से बेहतर हैं. साथ ही अनुभव भी उनके पक्ष में गया.



विजय शंकर : 26 साल के इस हरफनमौला खिलाड़ी को नंबर-4 के लिए चुना गया है. इस रेस में तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने अनुभवी अंबाती रायडू को पछाड़ा है. इनकी शानदार फील्डिंग और तेज गेंदबाज होना टीम चयन में इनके पक्ष में गया.



भुवनेश्वर कुमार : उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाला दाएं हाथ का ये तेज गेंदबाज पिछले चार साल से देश के तेज गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा हैं. हालांकि बीते दिनों से इनकी फॉर्म थोड़ी सी रास्ते से भटकी है. आईपीएल में भी इनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा है. टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि इंग्लैंड में ये गेंदबाज अपनी फॉर्म में वापसी करेगा और भारत को विकेट दिलाएगा.



रवींद्र जडेजा : राजकोट के रहने वाले 30 साल के इस खिलाड़ी को तीसरे स्पिनर के तौर पर विश्व कप का टिकट मिला है. जडेजा बल्ले और गेंद के अलावा अपनी शानदार फील्डिंग से भी टीम में अहम योगदान दे सकते हैं. आईपीएल में अभी तक इनका प्रदर्शन शानदार रहा है और टीम प्रबंधन को उम्मीद होगी कि बाएं हाथ का ये खिलाड़ी विश्व कप में इसी प्रदर्शन को जारी रखे.



लोकेश राहुल : राहुल को टीम में तीसरे सलामी बल्लेबाज के तौर पर चुना गया है. शिखर धवन और रोहित शर्मा टीम के दो प्रमुख सलामी बल्लेबाज हैं. ऐसे में राहुल को अंतिम-11 में मौका तभी मिलेगा जब इन दोनों में से कोई एक चयन के लिए उपलब्ध नहीं होगा. बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता ने कहा कि टीम प्रबंधन चाहेगा तो राहुल किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं. आईपीएल के जारी संस्करण में राहुल लगातार रन कर रहे हैं. उनसे विश्व कप में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी.



केदार जाधव : पिछले दो साल से ये खिलाड़ी भारत की सीमित ओवरों की टीम का नियमित सदस्य है. तेजी से रन बनाने, बड़े शॉट्स खेलने के अलावा जाधव की विकेट लेने की क्षमता भी उन्हें अंतिम-11 में जगह पक्की कराती है. आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए जाधव ने अच्छा प्रदर्शन किया है. अगर टीम अपने दो कलाई के स्पिनरों में से एक को आराम देना चाहती है तो वो जाधव को अंतिम-11 में जरूर शामिल करेगी.



युजवेंद्र चहल : 28 साल का ये लेग स्पिनर सीमित ओवरों में टीम का नियमित सदस्य है. ये कोहली के उन गेंदबाजों में से है जो जरूरत पड़ने पर विकेट दिला सकता है.



महेंद्र सिंह धोनी : ये टीम में ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं है. धोनी का शायद ये आखिरी विश्व कप होगा. वो अपनी फीनिंशिंग क्षमता से टीम का अहम हिस्सा हैं. अपनी कप्तानी में 2011 में टीम को विश्व विजेता बना चुके धोनी के पास अपार अनुभव है और उनके फैसले लेने की क्षमता अद्भुत है जो उन्हें टीम की रीढ़ की हड्डी बनाती है. कोहली ने कई बार टीम में धोनी की उपयोगिता का बखान किया है.



जसप्रीत बुमराह : 49 वनडे मैचों में बुमराह 85 विकेट ले चुके हैं. अजीब एक्शन वाला यो गेंदबाज विश्व कप में टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी संभालेगा. बुमराह किसी भी स्थिति में विकेट निकाल सकते हैं. इन्हें डेथ ओवरों का विशेषज्ञ गेंदबाज माना जाता है.



हार्दिक पांड्या : ये हरफनमौला खिलाड़ी आज के क्रिकेट का सही उदाहरण है. टीवी चैट शो पर महिलाओं के खिलाफ विवादास्पद बयान देने के बाद विवादों में फंसे हार्दिक ने उस विवाद को पीछे छोड़ते हुए शानदार वापसी की है और आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से शानदार खेल रहे हैं. पांड्या को चौथे तेज गेंदबाज के रूप में देखा जा रहा है. साथ ही ये खिलाड़ी बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं.



रोहित शर्मा : रोहित को 'हिटमैन' के नाम से जाना जाता है. रोहित को बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी कहा जाता है. जब वो लय में होतें हैं तो दुनिया के श्रेष्ठ गेंदबाज को भी पटरी से उतार सकते हैं. रोहित पर धवन के साथ टीम को मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी. रोहित टीम के उप-कप्तान भी हैं.



शिखर धवन : रोहित के साथ इनकी जुगलबंदी शानदार है. ये शीर्ष क्रम की मजबूत कड़ी हैं. धवन ने इंग्लैंड में हमेशा अच्छा किया है. उनके पास गेंद की लेंथ को जल्दी भांपने की क्षमता है. जिसकी वजह से वो किसी भी शॉट को आसानी से खेल सकते हैं. रोहित की तरह धवन को भी बड़े टूर्नामेंट का खिलाड़ी माना जाता है. कोहली उम्मीद करेंगे कि 'गब्बर' नाम से मशहूर ये खिलाड़ी इंग्लैंड में अपना जौहर दिखाए.



कुलदीप यादव : चहल और कुलदीप टीम के स्पिन विभाग की अहम कड़ी हैं. 44 वनडे में कानपुर के इस चाइनामैन ने 87 विकेट लिए हैं. इंग्लैंड में विकेटों के धीमी भी रहने की उम्मीद है जहां कुलदीप बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं.



मोहम्मद शमी : दाएं हाथ का ये गेंदबाज इस समय शानदार फॉर्म में है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज में शमी का प्रदर्शन लाजबाव रहा था. शमी की फिटनेस भी इस समय अच्छी है. साथ ही वो गेंद को अच्छे से स्विंग करा रहे हैं जिससे वो विपक्षी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.