हैदराबाद: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि उसने पिछले दस साल में क्रिकेट को खत्म करके घुटनों के बल ला दिया है.
संजय मांजरेकर के साथ बातचीत में शोएब ने सफेद गेंद के क्रिकेट में खेलने के कुछ नियमों पर नाराजगी जताई जिसने इस प्रारूप को बल्लेबाजों का मददगार बना दिया है.
मांजरेकर ने उनसे पूछा था कि सीमित ओवरों के मैच में तेज गेंदबाज धीमे हो रहे हैं और स्पिनर तेज गेंद डाल रहे हैं, इस पर आपका क्या कहना है.
शोएब ने जवाब में कहा, ‘मैं साफ-साफ कहूं. आईसीसी क्रिकेट को खत्म कर रही है. मैं खुलेआम कह रहा हूं कि आईसीसी ने पिछले दस साल में क्रिकेट को खत्म कर दिया है. बहुत खूब. जो सोचा था आपने वो किया."
उनका मानना है कि प्रति ओवर बाउंसरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि अब दो नई गेंद हैं और सर्कल के बाहर अधिकांश समय चार ही फील्डर हैं. उन्होंने कहा कि आईसीसी से पूछिए कि पिछले दस साल में क्रिकेट का स्तर बढ़ा है या गिरा है. अब शोएब बनाम सचिन मुकाबले कहां हैं .
तेंदुलकर के बारे में उन्होंने कहा, "मैं कभी उसके साथ आक्रामक नहीं होता था क्योंकि दुनिया के इस सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के लिए काफी सम्मान रहा है, लेकिन मैं उसके बल्ले को खामोश रखने की कोशिश करता था. मसलन भारत के 2006 के पाकिस्तान दौरे पर वह टेनिस एल्बो से जूझ रहे थे तो मैं उन्हें इतने बाउंसर डालता था कि वह हुक या पूल नहीं लगा सकें."
एक सवाल पर उन्होंने यह भी कहा कि यह देखना रोचक होता कि विराट कोहली के सामने वसीम अकरम, वकार युनूस या शेन वॉर्न के होने पर कैसा प्रदर्शन करते है.