हैदराबाद : 21 जुलाई को वेस्टइंडीज जाने के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया गया. जिसके बाद युवा खिलाड़ी शुभमन गिल के बजाए सीनियर खिलाड़ी केदार जाधव के चुने जाने पर काफी चर्चा हुई.
केदार जाधव की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र के क्रिकेटर ने ऐसा कुछ भी गलत नहीं किया है जिससे उनको टीम में जगह न दी जाए.
केदार जाधव को दूसरा मौका देना सही है?
2023 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए अब सेलेक्टर्स युवा खिलाड़ियों को मौका दे रहे हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज टूर के लिए भी ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को चुना है ताकि वे अपने खेल को और बेहतर बना सके और आने वाले सालों में बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो सकें. लेकिन केदार जाधव को चुनने के वक्त ये केस नहीं था. किसी अन्य युवा खिलाड़ी के बजाए उन्होंने केदार जाधव को चुना.
शुभमन गिल को मौका क्यों नहीं, केदार पर क्यों मेहरबान चयनकर्ता
चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने केदार जाधव को वेस्टइंडीज टूर के लिए चुने जाने पर कहा कि उन्होंने कुछ ऐसा नहीं किया जिससे उनको टीम में न रखा जाए.
हैदराबाद : 21 जुलाई को वेस्टइंडीज जाने के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया गया. जिसके बाद युवा खिलाड़ी शुभमन गिल के बजाए सीनियर खिलाड़ी केदार जाधव के चुने जाने पर काफी चर्चा हुई.
केदार जाधव की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र के क्रिकेटर ने ऐसा कुछ भी गलत नहीं किया है जिससे उनको टीम में जगह न दी जाए.
केदार जाधव को दूसरा मौका देना सही है?
2023 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए अब सेलेक्टर्स युवा खिलाड़ियों को मौका दे रहे हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज टूर के लिए भी ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को चुना है ताकि वे अपने खेल को और बेहतर बना सके और आने वाले सालों में बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो सकें. लेकिन केदार जाधव को चुनने के वक्त ये केस नहीं था. किसी अन्य युवा खिलाड़ी के बजाए उन्होंने केदार जाधव को चुना.
शुभमन गिल को मौका क्यों नहीं, केदार पर क्यों मेहरबान चयनकर्ता
चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने केदार जाधव को वेस्टइंडीज टूर के लिए चुने जाने पर कहा कि उन्होंने कुछ ऐसा नहीं किया जिससे उनको टीम में न रखा जाए.
हैदराबाद : 21 जुलाई को वेस्टइंडीज जाने के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया गया. जिसके बाद युवा खिलाड़ी शुभमन गिल के बजाए सीनियर खिलाड़ी केदार जाधव के चुने जाने पर काफी चर्चा हुई.
केदार जाधव की आलोचना करने वालों को जवाब देते हुए चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा कि महाराष्ट्र के क्रिकेटर ने ऐसा कुछ भी गलत नहीं किया है जिससे उनको टीम में जगह न दी जाए.
केदार जाधव को दूसरा मौका देना सही है?
2023 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए अब सेलेक्टर्स युवा खिलाड़ियों को मौका दे रहे हैं. उन्होंने वेस्टइंडीज टूर के लिए भी ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को चुना है ताकि वे अपने खेल को और बेहतर बना सके और आने वाले सालों में बड़े टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हो सकें. लेकिन केदार जाधव को चुनने के वक्त ये केस नहीं था. किसी अन्य युवा खिलाड़ी के बजाए उन्होंने केदार जाधव को चुना.
34 वर्षीय केदार जाधव अगले विश्व कप तक 38 साल के हो जाएंगे. इसलिए उनके चुने जाने पर लोग काफी हैरान हैं. केदार जाधव की खेल की बात करें तो वे इस पूरे साल इनकंसिस्टेंट रहे. न्यूजीलैंड टूर पर उनका एवरेज 28.50 था. ऑस्ट्रेलिया के भारतीय दौरे पर भी उन्होंने केवल एक अर्धशतक जमाया था, उन्होंने पांच वनडे में कुल 172 रन बनाए थे.
वहीं, विश्व कप में उनको पांच पारियों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला जिसमें वे केवल 80 रन ही बना सके. अफगानिस्तान के खिलाफ उन्होंने एक अर्धशतक भी बनाया था. फिर उनके निराशाजनक प्रदर्शन के कारण उन्हें आखिरी दो मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया.
शुभमन गिल को क्यों नहीं मिला मौका?
दाएं हाथ का टॉप ऑर्डर बल्लेबाज 19 वर्षीय शुभमन गिल के लिए कई क्रिकेट पंडित कहते हैं कि वे टीम का सुनहरा भविष्य हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ वे सीनियर टीम में डेब्यू कर चुके हैं. उन्होंने तब दो मैच भी खेले थे. जिसमें वे मजह 16 रन बना सके. हालांकि किसी भी बल्लेबाज को उसे दो मैचों में जज नहीं किया जा सकता.
शुभमन गिल भारत को अंतररष्ट्रीय स्तर पर रीप्रेजेंट कर चुके हैं. उनको कम से कम पांच मैचों में खेलने का मौका मिलना चाहिए तब उनकी काबीलियत का पता चल सकेगा. लिस्ट ए मैचों की बात करें तो उनका एवरेज 46.82 का रहा है. उन्होंने पांच शतक और नौ अर्धशतक जमाए हैं.
शुभमन गिल एक ऐसे बल्लेबाज हैं जो किसी भी पोजीशन में खेल सकते हैं. उनको ओपनिंग से लेकर नंबर-4 पर भी उतारा जा सकता है. वे अच्छी स्ट्राइक रेट बना सकते हैं. इतना ही नहीं जारी विंडीज ए और भारत ए के मैचों में भी उन्होंने मैच विनिंग पारियां खेली हैं. उन्होंने 62 और 77 रन बना कर टीम को जीत दिलाई है.
विश्व कप को ध्यान में रखते हुए गिल के प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए उनको टीम में जगह मिलनी चाहिए थी. उनको प्लेइंग इलेवन में भी जगह मिलनी चाहिए थी जैसे रोहित शर्मा और केएल राहुल को मिली थी. सितंबर में शुभमन गिल 20 वर्ष के हो जाएंगे और अगले विश्व कप तक वे 23 के होंगे. ऋषभ पंत की तरह उनको ग्रूम करना चाहिए.
सेलेक्टर्स ने क्या ये सोचा ?
सेलेक्टर्स के नजरिये की बात करें तो, केदार जाधव और हार्दिक पांड्या टीम में फिनिशर का काम करते हैं. विंडीज टूर के लिए हार्दिक को आराम दिया है. इसलिए टीम को एक अनुभवी फिनिशर की जरूरत थी. जो केदार जाधव में सेलेक्टर्स ने देखी.
Conclusion: