मुंबई: बीसीसीआई की ओर से आए अधुरे जवाब ने हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान को एक तरह से उलझन मे छोड़ दिया है. अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी के क्रिकेट से अभी तक अपने संन्यास की घोषणा नहीं करने वाले इरफान पठान ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) के लिए अपना नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन वो अब इसे लेकर असमंजस की स्थिती में फंस गए है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बड़ौदा के इस क्रिकेटर ने सीपीएल के लिए अपना नाम भेजने से पहले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी से राय मांगी थी.
उन्हें सलाह दी गई कि,"उन्हें इस प्रक्रिया में चुना जाना चाहिए, उन्हें बैक-डेट रिटायरमेंट के घोषणा का अवसर दिया जाएगा."
पठान को खराब सलाह दी गई
हालांकि, बैक-डेट रिटायरमेंट की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती है, लेकिन ये स्पष्ट है कि पठान को खराब सलाह दी गई. बीसीसीआई के नियमों के अनुसार जब तक कोई भी भारतीय क्रिकेटर ने खेल के सभी रूपों (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय) से औपचारिक रिटायरमेंट की घोषणा नहीं की है, तो किसी भी विदेशी टी20 लीग में भाग नहीं ले सकता जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साथ समान स्थान पर प्रतिस्पर्धा करता है.
पठान को पिछले कुछ वर्षों में आईपीएल के किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं चुना है, लेकिन संन्यास की घोषणा नहीं करने की वजह से सीपीएल ड्राफ्ट में उनका नाम भेजना एक उचित फैसला नहीं कहा जा सकता है.
सीओए को इसकी जानकारी नहीं
वहीं बीसीसीआई के सूत्रों का कहना है कि,“सीओए (प्रशासकों की समिति) को स्पष्ट रूप से ये पता नहीं है कि क्या हो रहा है. ये अफ़सोस की बात है कि वे कैसे काम कर रहे हैं. इसके उलट केवल एक ही बात हो रही है कि पूर्व और वर्तमान के क्रिकेटरों को उनके करियर के संदर्भ में नुकसान उठाना पड़ रहा है.”
इरफान पठान करेंगे क्रिकेट के मैदान पर वापसी
सूत्र ने आगे कहा,"सवाल ये उठता है कि सीपीएल ड्राफ्ट के लिए पठान को अपना नाम आगे बढ़ाने की सलाह किसने दी, इसका जवाब केवल विनोद राय या डायना एडुल्जी ही दे सकते हैं."
सूची में पठान एकमात्र भारतीय खिलाड़ी
आपको बता दें रिकॉर्ड के अनुसार 536 क्रिकेटरों ने ड्राफ्ट के लिए खुद को उपलब्ध बताया है और पठान सूची में एकमात्र भारतीय हैं.
गौरतलब है कि 34 वर्षीय भारतीय क्रिकेटर ने आईपीएल में पांच फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें राइजिंग पुणे सुपरजायंट भी शामिल है साथ ही वो रणजी ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर के लिए खिलाड़ी-सह-मेंटर के रूप में भी काम करते हैं.
साथ ही उन्होंने कहा,"ये अफसोसनाक है कि इरफान इस स्थिती में फंस गए है. बल्कि ये दुर्भाग्यपूर्ण भी है कि बीसीसीआई को स्वयं अपनी नीतियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. ऐसा करने से पहले इरफान को अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर देनी थी."