हैदराबाद: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला वनडे अब कुछ ही देर में शुरु होने वाला है. ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है. एक लिहाज से यह भारत की विश्व कप से पहले अग्नि परीक्षा है. क्रिकेट के महाकुंभ के लिए भारतीय टीम लगभग तय है, लेकिन कुछ स्थानों को लेकर अभी भी पशोपेश बना हुआ है. इस सीरीज में इन्हीं जगहों पर चयनकर्ताओं का ध्यान होगा.
भारत इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टी-20 सीरीज में हार झेलने के बाद उतर रहा है. अब वह नए प्रारूप में एक नई शुरुआत करना चाहेगी. टी-20 सीरीज में भारत को आखिरी ओवरों में दिक्कतों का सामना करना पड़ा था और इसी कारण उसे दोनों मैचों में हार मिली थी। वनडे सीरीज में भी टीम के पास भुवनेश्वर कुमार का विकल्प मौजूद नहीं है. चयनकर्ताओं ने उन्हें आराम दिया है. भुवनेश्वर डेथ ओवरों में भारत के बेहद अहम गेंदबाज है.। आखिरी ओवरों में उनकी कमी टी-20 में भारत को खल चुकी है.
डेथ ओवरों में भारत के पास एक मात्र विकल्प जसप्रीत बुमराह हैं. उन्हें दूसरे छोर से मदद की जरूरत है और इसके लिए मोहम्मद शमी पर भरोसा किया जा सकता है. इन दोनों के अलावा तेज गेंदबाजी में भारत के पास सिद्धार्थ कौल भी मौजूद हैं। उम्मीद की जाएगी कि टी-20 में डेथ ओवरों की असफलता को भारत वनडे में खत्म करेगा.
बल्लेबाजी में कप्तान विराट कोहली के अलावा रोहित शर्मा, शिखर धवन अहम खिलाड़ी हैं. आखिरी टी-20 में कोहली ने रोहित को आराम दिया था और शिखर धवन को लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने भेजा था। राहुल को कोहली ने दोनों टी-20 मैचों में मौका दिया था। वह वनडे में भी राहुल को मौका दे सकते हैं.
अगर राहुल को मौका मिलता है तो यह उनके लिए विश्व कप टीम के लिए अपनी दावेदारी पेश करने का अच्छा अवसर होगा। मध्यक्रम में कोहली के पास केदार जाधव, अंबाती रायडू और ऋषभ पंत के विकल्प मौजूद हैं. बीती वनडे सीरीजों में दिनेश कार्तिक को भारत ने काफी आजमाया, लेकिन वह ज्यादा सफल नहीं हो सके. इसलिए अब पंत को मौका मिला है। पंत के पास भी विश्व कप के लिए दावेदारी ठोकने का मौका है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया की बात की जाए तो उसके लिए कप्तान एरॉन फिंच का फॉर्म चिंता का विषय है. हाल ही में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। वहां भी फिंच का बल्ला खामोश था। बीते 10 वनडे मैचों में फिंच ने सिर्फ 225 रन बनाए हैं। मेहमान टीम के लिए अच्छी बात यह है कि ग्लैन मैक्सवेल फॉर्म में वापसी कर गए हैं। टी-20 सीरीज में उन्होंने पहले मैच में अर्धशतक और दूसरे मैच में शतक जमाया था।
इन दोनों के अलावा एलेक्स कैरी, उस्मान ख्वाजा, पीटर हैंड्सकॉम्ब, शॉन मार्श जैसे अच्छे बल्लेबाज भी ऑस्ट्रेलिया के पास हैं। मार्क स्टोइनिस वनडे में भारत के लिए गेंद और बल्ले दोनों से बड़ा खतरा हो सकते हैं।
गेंदबाजी में पैट कमिंस, झाए रिचर्डसन, केन रिचडर्सन और नाथन कल्टर नाइल पर ऑस्ट्रेलिया काफी हद तक निर्भर करेगी। उसके पास एडम जाम्पा और एश्टन टर्नर के तौर पर दो स्पिनर भी हैं, लेकिन टी-20 में ये दोनों ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे। वनडे में आस्ट्रेलियाई टीम मध्य के ओवरों में इन दोनों से विकेट निकालने के अलावा रन रोकने की उम्मीद करेगी।
भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, अंबाती रायडू, विजय शंकर,रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह।
ऑस्ट्रेलियाटीम : एरॉन फिंच (कप्तान),उस्मान ख्वाजा, मार्कस स्टोइनिस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लैन मैक्सेवल, एश्टन टर्नर, एलैक्स कैरी, नाथन कल्टर नाइल, पैट कमिंस, जेसन बेहरनडोर्फ, एडम जाम्पा।