सिडनी : ऑस्ट्रेलिया के साथ सीमित ओवरों की सीरीज में भारतीय टीम की फील्डिंग अच्छी नहीं रही है. उसके कुछ खिलाड़ियों ने हालांकि अच्छे कैच पकड़े हैं, लेकिन कुछ अच्छे फील्डरों ने आसान मौके भी गंवाए हैं. वनडे सीरीज में कुछ आसान से मौके छोड़ने के बाद शुक्रवार को खेले गए पहले टी-20 मैच में भारतीय फील्डरों ने ऑस्ट्रेलिया के दोनों सलामी बल्लेबाजों के कैच छोड़े.

यह भी पढ़ें- पर्वतारोही चंचल मित्रा का 86 साल की उम्र में निधन
एरॉन फिंच और डार्सी शॉर्ट को हार्दिक पांड्या और विराट कोहली ने जीवनदान दिए. इनके बाद हालांकि पांड्या और फिर संजू सैमसन ने दो शानदार कैच पकड़े.
सैमसन ने स्टीव स्मिथ का शानदार कैच लपका. सैमसन ने कहा कि टी-20 जैसे तेजी वाले मैच में दबाव के कारण कैच छूट जाते हैं. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी के लिए यह जरूरी है कि वह शांत रहे और छूटे हुए कैचों के कारण हतोसाहित न हो.
पहले टी-20 मैच के बाद सैमसन ने कहा था, "जब आप टी-20 जैसा प्रारूप खेलते हैं और मैच में उतार-चढ़ाव होते हैं तो यह जरूरी है कि आप शांतचित रहें. आप कुछ कैच छोड़ते हैं और कुछ लपकते हैं."

सैमसन ने कहा कि टी-20 में मौजूदा पल में बने रहना बेहद जरूरी होता है.
यह भी पढ़ें- बुमराह के साथ खेलकर बेहतर हुआ हूं : जेम्स पैटिनसन
उन्होंने कहा, "आपको मौजूदा पल में ही बने रहना होता है. यह जरूरी है कि आप विश्वास बनाए रखें और अगले मौके का इंतजार करें. हमारी टीम में यही विशेषता है. इसलिए हर किसी को विश्वास रहता है कि वह अगला कैच पकड़ सकता है."