लंदन: इंग्लैंड के विश्व कप विजेता कप्तान इयोन मोर्गन ने 2019 विश्व कप के ऐतिहासिक फाइनल को एक बार फिर से याद किया है.
इंग्लैंड ने मोर्गन की कप्तानी में ही आज ही के दिन पिछले साल 14 जुलाई को पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था.
विश्व कप 2019 का फाइनल, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच ऐतिहासिक लॉर्डस मैदान पर टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक के सबसे प्रतिष्ठित और यादगार विश्व कप फाइनल में से एक बन गया था. इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को विवादास्पद बाउंड्री की गिनती के नियम के आधार पर हराकर पहली बार विश्व कप जीता था.
मोर्गन ने उस रोमांचक फाइनल को याद करते हुए कहा है कि एक समय उन्हें लगा कि मैच उनके हाथों से निकल गया है.
मोर्गन ने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, "केवल एक बार कुछ सेकेंड के लिए ऐसा समय आया जब मुझे अपनी जीत को लेकर संदेह हुआ."
उन्होंने कहा, " जिम्मी नीशम तब बेन (स्टोक्स) को गेंदबाजी कर रहे थे. उन्होंने धीमी गेंद की. बेन ने उसे लॉन्गऑन पर खेला और मुझे याद है कि गेंद हवा में लहरा रही थी. गेंद सीधे जाने के बाद ऊपर चली गई और एक क्षण के लिए मुझे लगा कि बेन आउट हुआ तो हम गए."
मोर्गन ने कहा, " हमें अब भी एक ओवर में 15 रन चाहिए था. तब मुझे एक सेकेंड के लिए लगा कि अब हम नहीं जीत सकते."
विश्व कप इतिहास के अब तक के पहले सुपर ओवर में दोनों ही टीमें 15-15 रन ही बना पाई, लेकिन इंग्लैंड ने मैच में कुल 26 बाउंड्री लगाई जबकि न्यूजीलैंड की ओर से 17 बाउंड्री ही लग पाई और इंग्लैंड को बाउंड्री नियम के आधार पर विजेता घोषित किया गया.