अहमदाबाद : भारत के शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लंबे समय पहले उपलब्धियों के बारे में सोचना छोड़ दिया था और इस समय वह सिर्फ अपने कौशल पर काम कर रहे हैं जिससे कि भारत के लिए खेलते हुए हमेशा उपयोगी भूमिका निभा सकें.
अश्विन इंग्लैंड के खिलाफ यहां तीसरे टेस्ट के दौरान 400 टेस्ट विकेट के आंकड़े को छूने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज बने और उनसे पूछा गया कि क्या आगामी वर्षों में वह अनिल कुंबले के 619 विकेटों के आंकड़े को पार कर सकते हैं.
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अश्विन ने कहा, "अगर आप से व्यावहारिक रूप से देखें तो यह सिर्फ 218 विकेट दूर है. मैंने हालांकि लंबे समय पहले इन उपलब्धियों के बारे में सोचना छोड़ दिया है."
इस भारतीय ऑफ स्पिनर ने कहा कि वह जब भी मैदान पर उतरते हैं तो बेहतर क्रिकेटर बनने का प्रयास करते हैं.
उन्होंने कहा, "अधिक मायने यह रखता है कि मैं क्या कर सकता हूं, मैं कैसे बेहतर हो सकता हूं, मैं टीम के लिए और अधिक क्या कर सकता हूं क्योंकि आप जब भी टीम में आते हो, विशेषकर अब जब मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं, यह महत्वपूर्ण है कि वापस आने पर मैं टीम में योगदान दूं."
अश्विन ने कहा, "मैं एक व्यक्तिगत इंसान और क्रिकेटर के रूप में बेहतर होना चाहता हूं. संभवत: यही कारण है कि मैं बेहद खुश हूं और अपने खेल का लुत्फ उठा रहा हूं और संभवत: पिछले 15 साल में यह मैंने सर्वश्रेष्ठ किया है. मैं इस चरण को जारी रखना चाहता हूं और किसी और चीज के बारे में बहुत अधिक नहीं सोचना चाहता."
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अश्विन इंडियन प्रीमियर लीग के समय से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा हैं. वह इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे और अब इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा परिवार के बिना रहना बेहद मुश्किल होता है लेकिन मौजूदा हालात में टीम का रिश्ता मजबूत हुआ है.
इस ऑफ स्पिनर ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेरा परिवार मेरे साथ था. आईपीएल के दौरान भी, टूर्नामेंट के दूसरे हाफ में वे मेरे साथ थे. लेकिन इस दौरे पर मैं उन्हें यहां नहीं लाया क्योंकि मैंने रोटेशन नीति बनाई है और उन्हें घर पर छोड़ दिया है जिससे कि उन्हें ब्रेक मिल सके."
अश्विन ने कहा कि खाली समय में वह आनलाइन चीजें देखना, किताबें पढ़ना और योग करना पसंद करते हैं.
अश्विन ने साथ ही कहा कि गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने को लेकर कोई अंदेशा नहीं था.
उन्होंने कहा, "कोई अंदेशा नहीं था. अगर अंदेशा होता तो हम इसे जाहिर करते."