कोलकाता: भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने मंगलवार को कहा कि लार पर प्रस्तावित प्रतिबंध के बावजूद वह गेंद को रिवर्स स्विंग करा सकते हैं. बशर्ते गेंद की चमक बरकरार रखी जाए.
कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबन के बाद खेल जब दोबारा शुरू होगा तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है.
'मैंने कभी लार के बिना गेंदबाजी का प्रयास नहीं किया'
विशेषज्ञों का मानना है कि गेंद पर थूक या लार का इस्तेमाल करने से कोविड-19 के संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा. शमी ने रोहित जुगलान के साथ इंस्टाग्राम चैट के दौरान कहा, "मुश्किलें होंगी. बचपन से ही हम लार के इस्तेमाल के आदी हैं. अगर आप तेज गेंदबाज हैं तो अपने आप ही गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करने लगते हो. लेकिन हां, अगर आप सूखी गेंद की चमक को बरकरार रख पाए तो यह निश्चित तौर पर रिवर्स स्विंग करेगी."
पूर्व भारतीय दिग्गज अनिल कुंबले की अगुआई वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने कहा था कि खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन शमी ने कहा कि इससे तेज गेंदबाज को मदद नहीं मिलेगी.
रिवर्स स्विंग में माहिर शमी ने कहा, "पसीना और लार अलग तरीके से काम करते हैं. मुझे नहीं लगता कि इससे मदद मिलेगी. मैंने कभी लार के बिना गेंदबाजी का प्रयास नहीं किया. अब कोरोना वायरस महामारी के कारण लार के इस्तेमाल को रोकना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है."
'महेंद्र सिंह धोनी की कमी खलती है'
शमी ने कहा कि खिलाड़ियों को मैदान के अंदर और बाहर महेंद्र सिंह धोनी की कमी खलती है. उन्होंने कहा, "आईपीएल के अलावा हर प्रारूप में मैं उनके नेतृत्व में खेला हूं. जहां तक मार्गदर्शन का सवाल है वह अपने साथियों के साथ हमेशा इस तरह का व्यवहार करते हैं कि आपको लगेगा ही नहीं कि वह एमएस धोनी हैं."
शमी ने कहा, "वह इतने बड़े खिलाड़ी हैं. उन्हें लेकर मेरी काफी यादें हैं. हम अब भी सोचते हैं कि माही भाई आएंगे और उनके साथ खेलने में मजा आएगा."
ऑस्ट्रेलिया में 2018-19 ऐतिहासिक सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य रहे शमी ने कहा कि वह इस साल इस देश के चार टेस्ट की सीरीज के दौरे को लेकर उत्साहित हैं. शमी ने पिछले साल वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक को अपने क्रिकेट करियर का सर्वश्रेष्ठ लम्हा करार दिया.