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मैं जल्दी गुस्से में नहीं आता, लेकिन एक जुनूनी गेंदबाज के तौर पर पेश आता हूं: कगिसो रबाडा

कगिसो रबाडा ने कहा है कि, 'आप विकेट का जश्न मनाते हैं लेकिन मैच के बाद उस खिलाड़ी से हाथ भी मिलाते हैं और उसके कौशल का सम्मान करते हैं. ज्यादातर मौके पर मैं उस आक्रामक में नहीं होता हूं लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता है.'

kagiso rabada
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Published : Jun 6, 2020, 8:44 PM IST

हैदराबाद: खेल के मैदान में अपने आक्रामक व्यवहार के लिए कई बार मुसीबत का सामना करने वाले साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने कहा कि वह जल्दी गुस्से में नहीं आते, लेकिन गेंदबाज के तौर पर जुनून के कारण वह इस तरह से पेश आते हैं.

इस साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच से 25 साल के इस गेंदबाज को निलंबित (पिछले 24 महीने में 4 डिमैरिट अंक होने पर) कर दिया गया था. वह सीरीज के तीसरे मैच में जो रूट का विकेट चटकाने के बाद जश्न मनाते हुए इंग्लैंड के इस कप्तान के काफी करीब पहुंच गए थे.

रबाडा ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम चैट में शुक्रवार को कहा, 'बहुत से लोगों को लगता है कि मैं जल्दी आपा खो देता हूं. मुझे हालांकि ऐसा नहीं लगता, यह सिर्फ जुनून के कारण होता है. इसके अलावा अगर आप छींटाकशी को देखते हैं तो यह खेल का हिस्सा है. हर तेज गेंदबाज ऐसा करता है."

उन्होंने कहा, "कोई भी तेज गेंदबाज बल्लेबाज से (खेल के दौरान) अच्छा व्यवहार नहीं करेगा. इसका मतलब यह नहीं है कि आप निजी या परिवार को लेकर टिप्पणी करें."

रबाडा के निलंबन के बाद साउथ अफ्रीका ने उस मैच को गंवा दिया था और इंग्लैंड ने 3-1 से सीरीज अपने नाम की. इस तेज गेंदबाज को दो डिमैरिट अंक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 टेस्ट में मिले थे. इसके बाद उन्होंने भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को आउट करने के बाद अपशब्द कहे थे.

रबाडा ने कहा, 'आप विकेट का जश्न मनाते हैं लेकिन मैच के बाद उस खिलाड़ी से हाथ भी मिलाते हैं और उसके कौशल का सम्मान करते हैं. ज्यादातर मौके पर मैं उस आक्रामक में नहीं होता हूं लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता है.'

साउथ अफ्रीका के इस मुख्य गेंदबाज ने कहा, 'कभी कभी आपकी भावना आपको इसके लिए उकसाती है. मुझे लगता है ऐसे समय में मैं काफी खतरनाक रहता हूं क्योंकि मैं सोचना छोड़ देता हूं और सब कुछ खुद ब खुद होने लगता है.'

कगिसो रबाडा
कगिसो रबाडा

दिल्ली की टीम से 2017 में जुड़ने के बाद रबाडा ने शानदार प्रदर्शन किया. उनके प्रदर्शन के दम पर टीम 2019 में सात साल बाद पहली बार प्लेऑफ में पहुंचने में कामयाब रही.

इस दौरान उनकी सबसे अच्छी गेंदबाजी कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ आई. प्लेऑफ में केकेआर को जीतने के लिए 10 रन चाहिए थे और आंद्रे रसेल बल्लेबाजी कर रहे थे. रबाडा ने इस स्थिति में भी टीम को जीत दिला दी.

उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब मैं उस सुपर ओवर में गेंदबाजी कर रहा था. वह सत्र हमारे लिए शानदार था.'

हैदराबाद: खेल के मैदान में अपने आक्रामक व्यवहार के लिए कई बार मुसीबत का सामना करने वाले साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने कहा कि वह जल्दी गुस्से में नहीं आते, लेकिन गेंदबाज के तौर पर जुनून के कारण वह इस तरह से पेश आते हैं.

इस साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच से 25 साल के इस गेंदबाज को निलंबित (पिछले 24 महीने में 4 डिमैरिट अंक होने पर) कर दिया गया था. वह सीरीज के तीसरे मैच में जो रूट का विकेट चटकाने के बाद जश्न मनाते हुए इंग्लैंड के इस कप्तान के काफी करीब पहुंच गए थे.

रबाडा ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम चैट में शुक्रवार को कहा, 'बहुत से लोगों को लगता है कि मैं जल्दी आपा खो देता हूं. मुझे हालांकि ऐसा नहीं लगता, यह सिर्फ जुनून के कारण होता है. इसके अलावा अगर आप छींटाकशी को देखते हैं तो यह खेल का हिस्सा है. हर तेज गेंदबाज ऐसा करता है."

उन्होंने कहा, "कोई भी तेज गेंदबाज बल्लेबाज से (खेल के दौरान) अच्छा व्यवहार नहीं करेगा. इसका मतलब यह नहीं है कि आप निजी या परिवार को लेकर टिप्पणी करें."

रबाडा के निलंबन के बाद साउथ अफ्रीका ने उस मैच को गंवा दिया था और इंग्लैंड ने 3-1 से सीरीज अपने नाम की. इस तेज गेंदबाज को दो डिमैरिट अंक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2018 टेस्ट में मिले थे. इसके बाद उन्होंने भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को आउट करने के बाद अपशब्द कहे थे.

रबाडा ने कहा, 'आप विकेट का जश्न मनाते हैं लेकिन मैच के बाद उस खिलाड़ी से हाथ भी मिलाते हैं और उसके कौशल का सम्मान करते हैं. ज्यादातर मौके पर मैं उस आक्रामक में नहीं होता हूं लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता है.'

साउथ अफ्रीका के इस मुख्य गेंदबाज ने कहा, 'कभी कभी आपकी भावना आपको इसके लिए उकसाती है. मुझे लगता है ऐसे समय में मैं काफी खतरनाक रहता हूं क्योंकि मैं सोचना छोड़ देता हूं और सब कुछ खुद ब खुद होने लगता है.'

कगिसो रबाडा
कगिसो रबाडा

दिल्ली की टीम से 2017 में जुड़ने के बाद रबाडा ने शानदार प्रदर्शन किया. उनके प्रदर्शन के दम पर टीम 2019 में सात साल बाद पहली बार प्लेऑफ में पहुंचने में कामयाब रही.

इस दौरान उनकी सबसे अच्छी गेंदबाजी कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ आई. प्लेऑफ में केकेआर को जीतने के लिए 10 रन चाहिए थे और आंद्रे रसेल बल्लेबाजी कर रहे थे. रबाडा ने इस स्थिति में भी टीम को जीत दिला दी.

उन्होंने कहा, 'मुझे याद है जब मैं उस सुपर ओवर में गेंदबाजी कर रहा था. वह सत्र हमारे लिए शानदार था.'

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