लंदन : पूर्व कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस की कप्तानी के अंतिम महीने में केविन पीटरसन का अपने साथियों और प्रबंधन के साथ संबंध अच्छे नहीं थे और फिर बाद में एलेस्टेयर कुक को इंग्लैंड का कप्तान बना दिया गया था
पीटरसन के साथ सही से काम नहीं कर सका
स्ट्रॉस ने एक पोडकास्ट से कहा, " मैं केविन पीटरसन के साथ सही से काम नहीं कर सका. एक समय था जब टीम में उनके करीबी लोगों में से कुछ रिटायर हो गए थे या फिर टीम से बाहर हो गए थे. वहां एक मौका था. जरूरी नहीं कि उन्हें अंदर लाया जाए, लेकिन उनके साथ थोड़ा समय बिताया जाए और सुनिश्वित करें कि उनके विचारों को महत्व दिया जाए."
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने को लेकर भी स्ट्रॉस और पीटरसन के बीच असहमति थी.
हम एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेल सकते
स्ट्रॉस ने कहा, " आईपीएल पर केपी के साथ मेरी हमेशा सहानुभूति रही. बाद में मुझे समझ में आया कि लीग में सभी बड़े खिलाड़ियों के खेलने की वजह क्या थी क्योंकि इसमें काफी पैसा था."
उन्होंने कहा, " लंबे समय से मेरा मानना रहा था कि आईपीएल के लिए हमें एक विंडो ढूंढना था. मैंने ईसीबी को बताया कि आईपीएल में हम एक-दूसरे के खिलाफ नहीं खेल सकते क्योंकि इससे टीम के भीतर मनमुटाव होगा."
पूर्व कप्तान ने कहा, "मैं उस समय केपी से कहा था कि आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हो और इससे बाहर नहीं निकल सकते. आपको इंग्लैंड के लिए जिम्मेदारी निभानी है लेकिन जब मैंने क्रिकेट निदेशक का पदभार संभाला तो मैंने कैलेंडर को देखा और सोचा कि क्या हम इसमें बदलाव कर सकते हैं ताकि हमारे खिलाड़ी आईपीएल में खेल सकें."