धर्मशाला: क्रिकेट भारतीयों की रग रग में बसता है. यहां क्रिकेट खेल नहीं मजहब है और क्रिकेटर्स भगवान जिनके दीदार के लिए फैन्स दूर-दूर से स्टेडियम पहुंचते हैं और अगर स्टेडियम धर्मशाला के एचपीसीए जैसा हो तो क्रिकेट का मजा दोगुना हो जाता है.
क्रिकेट फैन्स पर क्रिकेट का फीवर चढ़ने वाला है और इसकी शुरुआत धर्मशाला के इसी मैदान से होगी. जहां गुरुवार 12 मार्च को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज़ का पहला वनडे खेला जाएगा.
धौलाधार रेंज से घिरा ये स्टेडियम दुनिया के खूबसूरत स्टेडियमों में शुमार है. खिलाड़ियों से लेकर दर्शकों तक हर किसी के लिए खेल के दौरान हर लम्हें को ये मैदान खास बनाता है.
बर्फ से घिरी पहाड़ियों के बीच खेल का रोमांच दोगुना होना लाजमी है. स्टेडियम से दिखने वाली बर्फ से ढकी धौलाधार की सफेद पहाड़ियों से आने वाली बर्फीली हवाएं मैच का रोमांच दोगुना कर देती हैं.
इसकी खूबसूरती के आगे दुनियाभर के कई स्टेडियम नतमस्तक होते हैं. समुद्र तल से इस स्टेडियम की ऊंचाई 1317 मीटर है. साल 2010 में इस मैदान पर पहली बार आईपीएल के मैच खेले गए. यहीं से इस मैदान ने पूरी दुनिया को अपनी खूबसूरती का दीदार करवाया. साल 2013 में भारत और इंग्लैंड के बीच पहली बार कोई इंटरनेशनल मैच धर्मशाला के एचपीसीए ग्राउंड पर खेला गया.
2005 में प्रैक्टिस मैच में भारत-ए और पाकिस्तान की टीमें आपस में भिड़ी थी. ये पहला मौका था जब कोई अंतरराष्ट्रीय टीम इस मैदान पर उतरी थी. जिसके बाद ये मैदान कई आईपीएल मुकाबलों के साथ कई अंतरराष्ट्रीय मैचों का गवाह बन चुका है.
इस मैदान पर अब तक 13 अंतरराष्ट्रीय मैच हो चुके हैं.
- अब तक 4 वन-डे मैच
- एक टेस्ट मैच
- 2017 में पहली बार टेस्ट मैच की मेजबानी का मौका मिला
- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला मैच खेला गया
- भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को पटखनी दी थी
- 2015 में पहली बार टी-20 की मेजबानी करने का मौका मिला
- 8 टी-20 मैच इस मैदान पर खेले जा चुके हैं
एचपीसीए मैदान में बल्लेबाजों को तेज गेंदबाजों की स्विंग और रफ्तार का सामना करना पड़ता है. मैदान पर चलती हवाएं गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होती हैं. ये भारत का एकमात्र मैदान है जहां आउटफील्ड में राई ग्रास स्काटर्ड का इस्तेमाल हुआ है. ये घास ऑस्ट्रेलिया से मंगवाई गई थी.
धर्मशाला में जमा देने वाली सर्दी पड़ती है और इस मौसम में भी ये घास खराब नहीं होती. स्टेडियमें में 22,000 दर्शक बैठकर मैच का मजा ले सकते हैं.
इस मैदान को बनाने का श्रेय बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा वक्त में हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर को जाता है. अनुराग ठाकुर एचपीसीए के अध्यक्ष भी रहे हैं और उनकी कोशिशों और मेहनत का ही नतीजा है कि दुनिया के सबसे खूबसूरत स्टेडियों में शुमार ये स्टेडियम बनकर तैयार हुआ.
इस मैदान पर रणजी से लेकर टी20, वनडे और टेस्ट मैच तक हो चुके हैं. पुरुष के अलावा महिला टीम भी इस मैदान में खेल चुकी है. यहां होने वाला हर मैच बेहद खास हो जाता है क्योंकि ये स्टेडियम बेहद खास है. ये स्टेडियम आज हिमाचल की पहचान है. प्रकृति की गोद में मौजूद ये स्टेडियम कुदरत और खेल के दीवानों को अपनी ओर खींचता है.