हैदराबाद: कोलकाता में प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में भारत और बांग्लादेश के बीच पहले डे नाइट मैच खेला जाना है जो 22 नवंबर को इतिहास रचने को तैयार है. जिसे लेकर ये चर्चा बनी हुई है कि किस तरह से भारतीय बल्लेबाज गुलाबी गेंद का सामना करते हैं.
भारत में अभी तक घर में 12 डे नाइट मैच खेले गए हैं. जिसमें 21 शतक लगे हैं. इसके अलावा, इस नए प्रारूप में बल्लेबाजों द्वारा 2 दोहरे शतक भी लगाए गए हैं.
2016 में, अभिनव मुकुंद ने पिंक गेंद से खेले गए मैच में इस फॉर्मेट का पहला शतक बनाया था ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए थे. इंडिया ग्रीन के खिलाफ इंडिया रेड की ओर से खेलते हुए अभिनव ने दूसरी पारी में 169 रन बनाए थे. जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने ज्यादा समय ना लगाते हुए इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए इंडिया ग्रीन के खिलाफ एक मैच में 166 रन बनाए और इंडिया रेड के खिलाफ फाइनल में दोहरा शतक (256 *) लगाया.
घरेलू मैचों में भारतीय बल्लेबाजों ने 'पिंक बॉल' का कैसे किया है सामना ?
भारत में अभी तक 12 डे नाइट मैच खेले गए हैं. जिसमें 21 शतक लगे हैं. शतकों के अलावा 2 दोहरे शतक भी लगे हैं.
हैदराबाद: कोलकाता में प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में भारत और बांग्लादेश के बीच पहले डे नाइट मैच खेला जाना है जो 22 नवंबर को इतिहास रचने को तैयार है. जिसे लेकर ये चर्चा बनी हुई है कि किस तरह से भारतीय बल्लेबाज गुलाबी गेंद का सामना करते हैं.
भारत में अभी तक घर में 12 डे नाइट मैच खेले गए हैं. जिसमें 21 शतक लगे हैं. इसके अलावा, इस नए प्रारूप में बल्लेबाजों द्वारा 2 दोहरे शतक भी लगाए गए हैं.
2016 में, अभिनव मुकुंद ने पिंक गेंद से खेले गए मैच में इस फॉर्मेट का पहला शतक बनाया था ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए थे. इंडिया ग्रीन के खिलाफ इंडिया रेड की ओर से खेलते हुए अभिनव ने दूसरी पारी में 169 रन बनाए थे. जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने ज्यादा समय ना लगाते हुए इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए इंडिया ग्रीन के खिलाफ एक मैच में 166 रन बनाए और इंडिया रेड के खिलाफ फाइनल में दोहरा शतक (256 *) लगाया.
घरेलू मैचों में भारतीय बल्लेबाजों ने 'c' का कैसे किया है सामना ?
हैदराबाद: कोलकाता में प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में भारत और बांग्लादेश के बीच पहले डे नाइट मैच खेला जाना है जो 22 नवंबर को इतिहास रचने को तैयार है. जिसे लेकर ये चर्चा बनी हुई है कि किस तरह से भारतीय बल्लेबाज गुलाबी गेंद का सामना करते हैं.
भारत में अभी तक घर में 12 डे नाइट मैच खेले गए हैं. जिसमें 21 शतक लगे हैं. इसके अलावा, इस नए प्रारूप में बल्लेबाजों द्वारा 2 दोहरे शतक भी लगाए गए हैं.
2016 में, अभिनव मुकुंद ने पिंक गेंद से खेले गए मैच में इस फॉर्मेट का पहला शतक बनाया था ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए थे. इंडिया ग्रीन के खिलाफ इंडिया रेड की ओर से खेलते हुए अभिनव ने दूसरी पारी में 169 रन बनाए थे. जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने ज्यादा समय ना लगाते हुए इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए इंडिया ग्रीन के खिलाफ एक मैच में 166 रन बनाए और इंडिया रेड के खिलाफ फाइनल में दोहरा शतक (256 *) लगाया.
उसी साल एक अन्य बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने 134 और 105, मयंक अग्रवाल ने 161 और सुदीप चटर्जी ने 114 रन बनाकर पिंक गेंद से खेले गए मैचों में शतक लगाए.
अगले सीज़न में, हमने प्रियांक पांचाल (105, 133 *), बाबा इंद्रजीत (200), पृथ्वी शॉ (154), अभिमन्यु ईश्वरन (127), करुण नायर (120), दिनेश कार्तिक (100 *, 111) हनुमा विहारी (105) और दीपक हुड्डा (133) को शतक लगाते देखा.
साल 2018 में, बाबा इंद्रजीत (109), संजय रामास्वामी (123), निखिल गंगटा (130) और बाबा अपराजित (101) ने गुलाबी गेंद के इस खेल में शतक लगाकर अपने नाम ये उपलब्धि हासिल की.
पिंक बॉल के इस फॉर्मेट में खेले गए टूर्नामेंट में 500 पार स्कोर भी तीन बार पहुंचा. 2016 में, ब्लूज़ ने 707 स्कोर किया, जबकि उसी वर्ष में उन्होंने कुल 693/6 तक स्कोर किया. 2018 सीज़न में, ब्लूज़ ने 541 स्कोर किया था.
इस तरह ये साबित होता है कि भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मैच में भारी मात्रा में रनों की उम्मीद कर सकते हैं.
Conclusion: