हैदराबाद: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने महिला विश्व कप 2017 के दौरान महिलाओं के खेल में निवेश करने का फैसला किया था जिसके बाद उन्हें भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि भारत में इस तरह से महिला क्रिकेट को सफलता मिलेगी और क्रिकेट फैंस इस हाथों हाथ लेंगे.
लेकिन, ये आखिर कैसे हुआ? कैसे अचानक से सभी लोग भारतीय महिला क्रिकेटरों के बारे में बात करने लगे? 2017 आईसीसी वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हरमनप्रीत कौर द्वारा खेली गई इस पारी पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सबसे ज्यादा चर्चा हुई?
इन सबकी शुरूआत हुई 20 जुलाई 2017 से, 2017 का महिला वर्ल्ड कप अपने बिजनस एंड की तरफ बढ़ रहा था और पूरे विश्व में क्रिकेट फैंस को इस बात की भनक तक नहीं थी कि यूरोप में कहीं कोई क्रिकेट वर्ल्ड कप चल रहा है.
और फिर महिला विश्व कप 2017 का सेमीफाइनल आता है, मिताली राज की अगुवाई वाली टीम भारत का सामना 4 बार की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होना था.
मैच शुरू होने से पहले ही भारत की हार तय मानी जा रही थी क्योंकि भारत जैसी औसत दर्जे की टीम वर्ल्ड नंबर वन को कैसे हरा सकती है? इसके अलावा टूर्नामेंट में ग्रुप स्टेज के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बढ़ी ही आसानी से हराया भी था.
हालांकि, उस दिन को महत्वपूर्ण बनाने के लिए स्टेज सज चुका था और बारिश से बाधित मैच में हरमनप्रीत मैदान पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरती हैं और इतिहास को पलट कर रख देती हैं.
मिताली राज की अगुवाई वाली टीम भारत को 42 ओवर का खेल खेलना था वहीं 25वें ओवर तक भारत का स्कोर 101-3 हो चुका था और तब तक भारत की सबसे इनफॉर्म बल्लेबाज मिताली राज अपने कंधों पर भारतीय पारी की जिम्मेदारी लेकर आगे बढ़ रही थी.
ऐसी स्थिति में हरमनप्रीत कौर बल्लेबाजी करने उतरती हैं. हरमनप्रीत को पहले से ही ऑस्ट्रेलियाई खेल का अंदाजा था और वो जानती थी कि एक बड़ा स्कोर ऑस्ट्रेलिया का आत्मविश्वास तोड़ सकता हैं और उनकी आक्रामक्ता को भी खत्म कर सकता है.
उस दिन हरमन ने अपनी सुझबुझ भरी पारी की शुरूआत धीमी ही की. कौर ने 60 गेंदों में 41 रन ही बनाए लेकिन उन्होंने अपना विकेट बचा कर रखा और अपनी बेस्ट गेम को मैच के आखिरी चरण के लिए छोड़ दिया. जब हरमन सभी ऑस्ट्रेलियाई सीमर्स की गेंद को खेलने में आसानी महसूस करने लगीं और वो हर गेंद को बल्ले के मिडिल से खेलने लगी तब कौर ने दिप्ती शर्मा के साथ हुंकार भरी और गेम में भारत की फिर से एंट्री करवाई.
कौर के अंदर एक ज्वालामुखी सा था जो तब बाहर निकला जब उन्हें एक फ्री हिट मिली और उन्होंने उसका पूर्ण फायदा उठाते हुए गेंद को स्टेडियम पार पहुंचाया. कौर ने अपना अगला निशाना ऑस्ट्रेलिया की बाएं हाथ की स्पिनर जेस जोनासेन को बनाया. जेस जो कि मिताली को आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलिया को आक्रमण में लेकर आई उनको दोबारा से गेंदबाजी की जिम्मेदारी दी गई और उन्होंने दो ओवरों में 24 रन दिए.
हरमन जो कि इतिहास रचने को तैयार थी उन्होंने अपने शतक का जश्न तक नहीं मनाया क्योंकि उनका काम अभी खत्म नहीं हुआ था. वहीं वो अपनी पारी के दौरान अपनी पार्टनर दिप्ती के साथ कई बार दो रन लेने से भी कतराती दिखी क्योंकि उनको स्टंपिंग का डर था.
अब पूरी दुनियां इस रचे जा रहे इतिहास का साक्षी बनना चाहती थी. कौर का उनके शतक के बाद आखिरी 25 गेंदों में स्ट्राइक रेट 111.11 से 284 पहुंच गया क्योंकि उन्होंने आखिरी 25 गेंदों में 71 रन जोड़े. वहीं भारत ने आखिरी के 10 ओवरों में 119 रन अपने खाते में जोड़े.
मैच के अंत तक हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलियाई अटैक की धज्जियां उड़ाते हुए नाबाद 171 रन बनाए और भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने एक विशाल स्कोर 282 रनों का लक्ष्य रखा.
हरमनप्रीत की उस इनिंग्स की खुबसूरती थी उनके बल्ले से लगाए गए बड़े हिट. आखिर में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप से बाहर कर फाइनल में जगह बनाई.
हरमनप्रीत की वो इनिंग पूरे विश्व में चर्चा का विषय बनी. हरमन इस मामलें में भी इतिहास रचने में कामयाब रही जहां भारत में प्राइम टाइम में कई घरों ने एक महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत की उस पारी को देखा.
कौर की वो 171 रनों की पारी, अगले सात दिनों तक सोशल नेटवर्किंग साइटों पर ट्रेंड हुई, और उस वर्ष के अंत में #WWC2017 सबसे अधिक उपयोग किए गए हैशटैग्स में से एक रहा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरमन की उस पारी ने महिला क्रिकेट के बारे में लोगों की मानसिकता को बदल कर रखा दिया.