हैदराबाद : भारतीय अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह शुरुआत से ही इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा रहे है. भज्जी के नाम से मशहूर हरभजन ने आईपीएल में केवल दो टीमों के लिए ही खेला है. साल 2008 से साल 2017 तक वो मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे थे. उसके बाद साल 2018 में वो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने लगे.
मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल की सबसे सफल टीमें हैं. मुंबई ने चार बार और चेन्नई ने तीन बार आईपीएल का खिताब जीता है. भज्जी ने दोनों टीमों के साथ रहते हुए खिताब जीता है. ऐसे में वो दोनों टीमों के नजरिये को और उसके अंतर को अच्छी तरह से वाकिफ हैं.
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गौरतलब है कि टीम इंडिया के उपकप्तान और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान उन्होंने कहा, “मुंबई इंडियंस बहुत प्रोफेशनल है, उस टीम के साथ खेलना हमेशा ही सुखद रहता है. मैं 10 साल उनके साथ खेला, मेरे लिए ये बताना बहुत मुश्किल है कि मुंबई और चेन्नई के बीच क्या फर्क है.”
उन्होंने कहा, “चेन्नई बहुत रिलेक्स टीम है, उसमें खेलते हुए बहुत दबाव नहीं रहता. जबकि मुंबई की तरफ से खेलते हुए दबाव रहता है. इस बात का दबाव की आपको मैच जीतना ही है. चेन्नई में इस तरह का दबाव नहीं है. कई बार तो हमें अहसास ही नहीं होता कि हम कोई मैच खेले हैं. दोनों टीमों के पास अच्छा संयोजन है. मैंने अपने साल इन दोनों टीमों के साथ ही बिताए हैं.”
हरभजन ने चेन्नई की खूब तारीफ की. उन्होंने याद दिलाया कि साल 2018 में शेन वॉटसन अच्छा नहीं खेल कर पा रहे थे लेकिन बावजूद इसके उन्हें लगातार मौका मिला और फाइनल में उन्होंने बेमिसाल शतक जड़कर टीम को जीत दिलाई.
भज्जी ने कहा, “चेन्नई टीम में बहुतज्यादा बदलाव नहीं करती. यदि शेन वॉटसन पूरे सीजन में रन नहीं बना रहे हैं तो वह फाइनल में शतक बना देते हैं. टीम लगातार उसको सपोर्ट करती है. मुंबईइंडियंस के साथ ऐसा नहीं है. मुझे लगता है कि टीम को खिलाड़ियों को सपोर्ट करना चाहिए.”