हैदराबाद: भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री आज अपना 58 वां जन्मदिन मना रहे है. शास्त्री अपने बिंदास अंदाज के लिए जाने जाते है.
शास्त्री का जन्म साल 1962 में मुंबई में हुआ था. उन्होंने बतौर बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज के रूप में शुरुआत की थी लेकिन बाद में शास्त्री ने खुद को बैटिंग ऑलराउंडर बना लिया.
17 साल की उम्र में किया रणजी डेब्यू
रवि शास्त्री ने महज 17 साल की उम्र में मुंबई के लिए रणजी डेब्यू कर लिया था. उन्होंने 21 फरवरी 1981 को वेलिंगटन में डेब्यू किया था. शास्त्री ने अपने पहले मुकाबले में ही जबर्दस्त प्रदर्शन किया था. शास्त्री ने दोनों पारियों में 3-3 विकेट लिए थे. दूसरी पारी के 3 विकेट तो उन्होंने 4 गेंदों के अंदर ले लिए थे.
1 से 10 बैटिंग पोजीशन पर की बल्लेबाजी
रवि शास्त्री ने नंबर 1 से 10 तक सभी बैटिंग पोजीशन पर बल्लेबाजी की. साल 1982 रवि शास्त्री करियर में आगे बढ़ने का शानदार मौका मिला था. वो मौका था अपने आप को एक शुद्ध बल्लेबाज के रूप में साबित करने का. इंग्लैंड के ओवल के मैदान में उन्हें पहली बार टेस्ट सीरीज में ओपनिंग करने की जिम्मेदारी दी गई. उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप 66 रनों की पारी खेली, साल 1984 में टीम इंडिया तीसरी बार पाकिस्तान का दौरा की थी. 1984 के लाहौर टेस्ट में पाकिस्तान ने 428 रनों का स्कोर खड़ा किया. लेकिन भारतीय टीम उस वक्त पर पहली पारी में केवल 156 रन ही बना सकी. पाकिस्तान ने उन्हें फॉलोऑन के लिए मजूबर कर दिया. भारत उस वक्त 92 रन पर अपने 6 विकेट गंवा कर संघर्ष कर रहा था. लेकिन रवि शास्त्री और मोहिंदर अमरनाथ के बीच 126 रन की साझेदारी ने पाकिस्तान के मुंह से जीत छीन लिया और मैच ड्रॉ हो गया.
एक ओवर में लगाए छह छक्के
रवि शास्त्री एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले पहले भारतीय थे, हालाकि ये कारनामा उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में किया था. उन्होंने 1985 में रणजी ट्रॉफी में बॉम्बे (अब मुंबई) की ओर से खेलते हुए बड़ौदा के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के जड़े थे.
ऐसा रहा करियर
शास्त्री ने भारत की ओर से 80 टेस्ट खेलते हुए 11 शतकों की मदद से 3830 रन बनाए, जबकि 151 विकेट भी झटके. 150 वनडे में उनके नाम 4 शतक समेत 3108 रन दर्ज हैं, जबकि 129 विकेट भी लिए हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ रवि शास्त्री का रिकॉर्ड जबर्दस्त था. उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ 9 टेस्ट मैच में 77.75 के औसत से 622 रन ठोके, जिसमें 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल हैं.
कोचिंग करियर भी रहा शानदार
रवि शास्त्री का कोचिंग करियर भी शानदार रहा है. उन्होंने 2017 में भारतीय टीम के मुख्य कोच का पद संभाला. साल 2018-19 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती. टीम इंडिया की ऑस्ट्रेलिया में ये पहली टेस्ट सीरीज जीत थी. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले शास्त्री पहले भारतीय कोच हैं.
रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने 21 टेस्ट मैच खेले है. जिसमे टीम को 13 मैचों में जीत हासिल हुई है.
भारत ने उनके कार्यकाल में 36 टी- 20 मैच खेले हैं जिसमें 25 मैचों में जीत मिली है. वनडे में भारत ने 60 में से 43 मुकाबले जीते हैं. रवि के कोच बनने के बाद टीम इंडिया का सफलता दर 70 प्रतिशत रहा है. रवि के कोच बनने के बाद टीम इंडिया दो बार एशिया कप पर कब्जा जमा चुकी है.