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Exclusive: विजय हजारे फाइनल पर बोले माधव कौशिक, रिकॉर्ड बनाने की खुशी है लेकिन मैच जीतते तो और अच्छा लगता

उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की और उनके घरेलू क्रिकेट करियर, उनकी बकेट लिस्ट, क्रिकेट में अपने आइडल आदि के बारे में बात की.

madhav kaushik
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Published : Mar 19, 2021, 5:19 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 8:57 PM IST

हैदराबाद : उत्तर प्रदेश और मुंबई के बीच हाल ही में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मैच में यूपी ने भले ही हार का सामना किया हो लेकिन उस टीम का एक बल्लेबाज ऐसा था जिसने उस मैच में 158 रन बनाए और कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स तोड़ दिए. नोएडा के रहनेवाले उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की और उनके घरेलू क्रिकेट करियर, उनकी बकेट लिस्ट, क्रिकेट में अपने आइडल आदि के बारे में बात की.

देखिए वीडियो

सवाल : मयंक अग्रवाल द्वारा 2014 में बनाया हुआ रिकॉर्ड (लिस्ट ए टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाना) तोड़ा, कैसा महसूस कर रहे हैं?

जवाब : बल्लेबाजी करते हुए मुझे पता नहीं था कि मैंने रिकॉर्ड तोड़ा है, मुझे इस बारे में बाद में पता चला. उस समय तो बस यही लग रहा था कि टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा टोटल बनाना है ताकि मैच में हम अच्छी पोजीशन में आ सकें. मैच जीतते तो शायद और ज्यादा बेहतर महसूस होता लेकिन उन्होंने (मुंबई ने) बहुत अच्छा खेला. परिणाम हमारे पक्ष में आता तो ज्यादा खुशी होती.

सवाल : भुवनेश्वर कुमार आपके कप्तान रह चुके हैं... वो किस तरह के कप्तान हैं और क्या उन्होंने आपको ऐसी कोई टिप दी जो आपके काम आई?

जवाब : वो हमारे लीग स्टेज में कप्तान थे फिर उनको इंडियन टीम से बुलावा आ गया लेकिन उन्होंने काफी अच्छे से मैनेज किया था. हालांकि शुरुआत के मैचों में मुझे ज्यादा मौके नहीं मिले थे लेकिन टीम के साथ उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया है. हमारी टीम में सभी लगभग एक ही उम्र के थे और वो (भुवनेश्वर) हम सबसे बड़े थे. वो अपने अनुभव हमारे साथ साझा करते थे तो हमको काफी सीखने को मिला था.

सवाल : मुंबई टीम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी शामिल थे, इस बात को लेकर किसी तरह का दबाव था आपकी टीम के ऊपर?

जवाब : मुंबई की टीम काफी अच्छी थी लेकिन हमको विश्वास था कि अगर हम अपनी काबिलियत के दम पर प्रदर्शन देंगे तो अच्छा रहेगा क्योंकि हमारी टीम भी पूरे टूर्नामेंट में काफी अच्छा खेलती हुई आई थी. हमने काफी अच्छी टीमों को हराया था. हमें पता था कि अगर हम अच्छा प्रदर्शन देंगे तो हम किसी भी चीज में पीछे नहीं रहेंगे और हम बराबरी की टक्कर दे सकते हैं और ऐसा कुछ नहीं है कि किसी टीम में अगर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं तो वो ही बेहतर हैं क्योंकि ये सिर्फ बल्ले और गेंद की लड़ाई है. साथ ही असोसिएशन ने भी हमारा काफी हौसला बढ़ाया था.

सवाल : फाइनल मैच से पहले किस तरह खुद को मोटिवेटेड रखते थे?

जवाब : किसी भी समय उन्होंने (यूपीसीए) ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि ये बड़ा मैच है. यही बात हुई थी कि हम बहुत अच्छे हैं और हम आम मैच की तरह भी खेलेंगे तो जीत जाएंगे. मैनेजमेंट की यही सोच थी कि हमारी टीम बहुत अच्छी है और अगर हम अपना बेस्ट देंगे तो परिणाम हमारे पक्ष में ही रहेगा.

सवाल : अभी आईपीएल आने वाला है और उसके बाद भी लंबे समय तक कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं है. खुद को मैच फिट रखने के लिए क्या करने वाले हैं?

जवाब : मैं लगातार ट्रेनिंग करता हूं और रूटीन में कोशिश करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा जिम सेशन और ट्रेनिंग सेशन करता रहूं ताकि फिटनेस मेनटेन रहे. आने वाले सीजन के लिए अच्छी तैयारी करनी है.

सवाल : केरल के खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन की बकेट लिस्ट वायरल हुई थी, उसी तरह आपकी बकेट लिस्ट में क्या-क्या है?

जवाब : मेरा ये मानना है कि आप मेहनत करते जाओ और जो भगवान देगा वो आशीर्वाद ही है.

सवाल : क्रिकेट में कुछ नया सीख रहे हैं, किसी शॉट पर काम या फील्डिंग पर मेहनत?

जवाब : हां, यही समय है जैसे अब सीजन खत्म हुआ है और अगले सीजन में अभी समय है तो कोशिश यही रहती है कि नए शॉट्स सीख लूं. ताकि अगले सीजन में वो काम आ सके. जाहिर सी बात है कि ऑफ-सीजन में कोशिश करता हूं कि कुछ नया सीख सकूं.

सवाल : फिलहाल जो भारतीय टीम है, उसमें आपका इंस्पिरेशन कौन है और ऑलओवर इंस्पिरेशन कौन है?

जवाब : विराट भईया (विराट कोहली) इंस्पिरेशन हैं और ऑल टाइम में सचिन सर (सचिन तेंदुलकर) हैं. मैं जब छोटा था तब मेरा सपना था कि सचिन का बैट मुझे मिले और तब मैंने अपने कोच तारिक सिन्हा सर को भी कहा था कि मुझे उनका बल्ला दिलवा दो.

सवाल : ओवरसीज टूर्नामेंट के लिए क्या अलग तैयारियां रहती हैं?

जवाब : जब भी भारतीय टीम विदेश जाती है तो तैयारियां जिस देश में जा रहे हैं उस हिसाब से करते हैं. जैसे साउथ अफ्रीका में बाउंस ज्यादा होता है तो प्लास्टिक बॉल से तैयारी होती है या फिर इंग्लैंड में सॉफ्ट विकेट होती है तो छोड़ा गीले विकेट पर प्रैक्टिस कर के तैयारी कर सकते हैं. हर वेन्यू की अलग तैयारी होती है.

सवाल : भारतीय टीम में आज के दौर में एक से बढ़ कर एक ओपनर्स आ चुके हैं, आपके लिए ये कितना चुनौतीपूर्ण रहेगा?

जवाब : इस समय भारतीय टीम में काफी सारे ओपनर्स हैं और सब अच्छा प्रदर्शन भी दे रहे हैं. लेकिन मेरा लक्ष्य यही है कि मुझे सिर्फ ज्यादा से ज्यादा रन बनाने हैं और इसी तरह आप नजरों में आ सकते हैं और बाकी यही है कि आप अपना अच्छा करते रहे और बाकी काम तो आपका नहीं है आपको सिर्फ अपना अच्छा करना है.

-- वर्षा सिंह

हैदराबाद : उत्तर प्रदेश और मुंबई के बीच हाल ही में खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मैच में यूपी ने भले ही हार का सामना किया हो लेकिन उस टीम का एक बल्लेबाज ऐसा था जिसने उस मैच में 158 रन बनाए और कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स तोड़ दिए. नोएडा के रहनेवाले उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की और उनके घरेलू क्रिकेट करियर, उनकी बकेट लिस्ट, क्रिकेट में अपने आइडल आदि के बारे में बात की.

देखिए वीडियो

सवाल : मयंक अग्रवाल द्वारा 2014 में बनाया हुआ रिकॉर्ड (लिस्ट ए टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा रन बनाना) तोड़ा, कैसा महसूस कर रहे हैं?

जवाब : बल्लेबाजी करते हुए मुझे पता नहीं था कि मैंने रिकॉर्ड तोड़ा है, मुझे इस बारे में बाद में पता चला. उस समय तो बस यही लग रहा था कि टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा टोटल बनाना है ताकि मैच में हम अच्छी पोजीशन में आ सकें. मैच जीतते तो शायद और ज्यादा बेहतर महसूस होता लेकिन उन्होंने (मुंबई ने) बहुत अच्छा खेला. परिणाम हमारे पक्ष में आता तो ज्यादा खुशी होती.

सवाल : भुवनेश्वर कुमार आपके कप्तान रह चुके हैं... वो किस तरह के कप्तान हैं और क्या उन्होंने आपको ऐसी कोई टिप दी जो आपके काम आई?

जवाब : वो हमारे लीग स्टेज में कप्तान थे फिर उनको इंडियन टीम से बुलावा आ गया लेकिन उन्होंने काफी अच्छे से मैनेज किया था. हालांकि शुरुआत के मैचों में मुझे ज्यादा मौके नहीं मिले थे लेकिन टीम के साथ उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया है. हमारी टीम में सभी लगभग एक ही उम्र के थे और वो (भुवनेश्वर) हम सबसे बड़े थे. वो अपने अनुभव हमारे साथ साझा करते थे तो हमको काफी सीखने को मिला था.

सवाल : मुंबई टीम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी शामिल थे, इस बात को लेकर किसी तरह का दबाव था आपकी टीम के ऊपर?

जवाब : मुंबई की टीम काफी अच्छी थी लेकिन हमको विश्वास था कि अगर हम अपनी काबिलियत के दम पर प्रदर्शन देंगे तो अच्छा रहेगा क्योंकि हमारी टीम भी पूरे टूर्नामेंट में काफी अच्छा खेलती हुई आई थी. हमने काफी अच्छी टीमों को हराया था. हमें पता था कि अगर हम अच्छा प्रदर्शन देंगे तो हम किसी भी चीज में पीछे नहीं रहेंगे और हम बराबरी की टक्कर दे सकते हैं और ऐसा कुछ नहीं है कि किसी टीम में अगर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं तो वो ही बेहतर हैं क्योंकि ये सिर्फ बल्ले और गेंद की लड़ाई है. साथ ही असोसिएशन ने भी हमारा काफी हौसला बढ़ाया था.

सवाल : फाइनल मैच से पहले किस तरह खुद को मोटिवेटेड रखते थे?

जवाब : किसी भी समय उन्होंने (यूपीसीए) ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि ये बड़ा मैच है. यही बात हुई थी कि हम बहुत अच्छे हैं और हम आम मैच की तरह भी खेलेंगे तो जीत जाएंगे. मैनेजमेंट की यही सोच थी कि हमारी टीम बहुत अच्छी है और अगर हम अपना बेस्ट देंगे तो परिणाम हमारे पक्ष में ही रहेगा.

सवाल : अभी आईपीएल आने वाला है और उसके बाद भी लंबे समय तक कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं है. खुद को मैच फिट रखने के लिए क्या करने वाले हैं?

जवाब : मैं लगातार ट्रेनिंग करता हूं और रूटीन में कोशिश करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा जिम सेशन और ट्रेनिंग सेशन करता रहूं ताकि फिटनेस मेनटेन रहे. आने वाले सीजन के लिए अच्छी तैयारी करनी है.

सवाल : केरल के खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन की बकेट लिस्ट वायरल हुई थी, उसी तरह आपकी बकेट लिस्ट में क्या-क्या है?

जवाब : मेरा ये मानना है कि आप मेहनत करते जाओ और जो भगवान देगा वो आशीर्वाद ही है.

सवाल : क्रिकेट में कुछ नया सीख रहे हैं, किसी शॉट पर काम या फील्डिंग पर मेहनत?

जवाब : हां, यही समय है जैसे अब सीजन खत्म हुआ है और अगले सीजन में अभी समय है तो कोशिश यही रहती है कि नए शॉट्स सीख लूं. ताकि अगले सीजन में वो काम आ सके. जाहिर सी बात है कि ऑफ-सीजन में कोशिश करता हूं कि कुछ नया सीख सकूं.

सवाल : फिलहाल जो भारतीय टीम है, उसमें आपका इंस्पिरेशन कौन है और ऑलओवर इंस्पिरेशन कौन है?

जवाब : विराट भईया (विराट कोहली) इंस्पिरेशन हैं और ऑल टाइम में सचिन सर (सचिन तेंदुलकर) हैं. मैं जब छोटा था तब मेरा सपना था कि सचिन का बैट मुझे मिले और तब मैंने अपने कोच तारिक सिन्हा सर को भी कहा था कि मुझे उनका बल्ला दिलवा दो.

सवाल : ओवरसीज टूर्नामेंट के लिए क्या अलग तैयारियां रहती हैं?

जवाब : जब भी भारतीय टीम विदेश जाती है तो तैयारियां जिस देश में जा रहे हैं उस हिसाब से करते हैं. जैसे साउथ अफ्रीका में बाउंस ज्यादा होता है तो प्लास्टिक बॉल से तैयारी होती है या फिर इंग्लैंड में सॉफ्ट विकेट होती है तो छोड़ा गीले विकेट पर प्रैक्टिस कर के तैयारी कर सकते हैं. हर वेन्यू की अलग तैयारी होती है.

सवाल : भारतीय टीम में आज के दौर में एक से बढ़ कर एक ओपनर्स आ चुके हैं, आपके लिए ये कितना चुनौतीपूर्ण रहेगा?

जवाब : इस समय भारतीय टीम में काफी सारे ओपनर्स हैं और सब अच्छा प्रदर्शन भी दे रहे हैं. लेकिन मेरा लक्ष्य यही है कि मुझे सिर्फ ज्यादा से ज्यादा रन बनाने हैं और इसी तरह आप नजरों में आ सकते हैं और बाकी यही है कि आप अपना अच्छा करते रहे और बाकी काम तो आपका नहीं है आपको सिर्फ अपना अच्छा करना है.

-- वर्षा सिंह

Last Updated : Mar 19, 2021, 8:57 PM IST
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