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'नाइटहुड' की उपाधि से नवाजे गए एंड्रयू स्ट्रॉस और जेफ्री बॉयकॉट

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जेफ्री बॉयकॉट और एंड्रयू स्ट्रॉस को 'नाइटहुड' से सम्मानित किया गया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अपने इस्तीफे के साथ दी ऑनर्स लिस्ट में इन दोनों खिलाड़ियों को सर की उपाधि देने का ऐलान किया है.

एंड्रयू स्ट्रॉस के साथ जेफ्री बॉयकॉट
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Published : Sep 10, 2019, 12:06 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 2:42 AM IST

लंदन: नाइटहुड पाने वाले व्यक्तियों की लिस्ट में क्रिकेट जगत से जेफ्री बॉयकॉट और एंड्रयू स्ट्रॉस के नाम ही थे जबकि बाकी सभी राजनेता थे. ऐसे में थेरेसा के क्रिकेट प्रेमी होने के चलते उन्होंने इन दोनों को नाइटहुड उपाधि के लिए चुना. इसमें खासतौर पर उन्होंने जेफ्री बॉयकॉट की काफी प्रशंसा भी की.

स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के लिए 2004 से 2012 तक 100 टेस्ट मैचों में 7,037 रन बनाए. स्ट्रॉस ने इंग्लैंड को साल 2009 और 2010-11 की एशेज सीरीज में जीत दिलाई थी. साथ ही वो माइक गेटिंग (1986-87) के बाद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले दूसरे इंग्लिश कप्तान हैं.

एंड्रयू स्ट्रॉस के साथ जेफ्री बॉयकॉट
एंड्रयू स्ट्रॉस के साथ जेफ्री बॉयकॉट

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख टॉम हैरिसन ने आधिकारिक बयान में कहा, “हम इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते कि सर एंड्रयू स्ट्रॉस खेल के उन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए नाइटहुड दिया गया. पिच पर और उसके बाहर हासिल की उपलब्धियों के अलावा एंड्रयू को इस खेल में एक असाधारण व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. उन्हें मिली इस अद्भुत प्रशंसा का जश्न विश्व क्रिकेट में मनाया जाएगा.”

बॉयकॉट का करियर भी रहा है शानदार

बॉयकॉट ने 1964-82 के बीच 108 टेस्ट मैच खेलें. जिसमें इनके नाम 47 की औसत से 8114 रन दर्ज हैं. इतना ही नहीं बॉयकॉट इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में 8000 रन बनाने वाले पहले टेस्ट बल्लेबाज भी बने थे, इन्होने 1978 के दौरान चार टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी भी की.

हालांकि बॉयकॉट अपने करियर के दौरान काफी विवादों में भी घिरे रहे. उन्हें साल 2017 में नाइटहुड की 'सर' उपाधि का मजाक बनाते हुए कहा था कि ये वेस्टइंडीज के काले लोगो को दी जाती है. जैसे कि सर विवियन रिचर्ड्स, सर गैरी सोबर्स, और सर कर्टली एम्ब्रोस. जिसके लिए उन्हें माफ़ी मांगनी पड़ी थी.

लंदन: नाइटहुड पाने वाले व्यक्तियों की लिस्ट में क्रिकेट जगत से जेफ्री बॉयकॉट और एंड्रयू स्ट्रॉस के नाम ही थे जबकि बाकी सभी राजनेता थे. ऐसे में थेरेसा के क्रिकेट प्रेमी होने के चलते उन्होंने इन दोनों को नाइटहुड उपाधि के लिए चुना. इसमें खासतौर पर उन्होंने जेफ्री बॉयकॉट की काफी प्रशंसा भी की.

स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के लिए 2004 से 2012 तक 100 टेस्ट मैचों में 7,037 रन बनाए. स्ट्रॉस ने इंग्लैंड को साल 2009 और 2010-11 की एशेज सीरीज में जीत दिलाई थी. साथ ही वो माइक गेटिंग (1986-87) के बाद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले दूसरे इंग्लिश कप्तान हैं.

एंड्रयू स्ट्रॉस के साथ जेफ्री बॉयकॉट
एंड्रयू स्ट्रॉस के साथ जेफ्री बॉयकॉट

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख टॉम हैरिसन ने आधिकारिक बयान में कहा, “हम इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते कि सर एंड्रयू स्ट्रॉस खेल के उन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए नाइटहुड दिया गया. पिच पर और उसके बाहर हासिल की उपलब्धियों के अलावा एंड्रयू को इस खेल में एक असाधारण व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. उन्हें मिली इस अद्भुत प्रशंसा का जश्न विश्व क्रिकेट में मनाया जाएगा.”

बॉयकॉट का करियर भी रहा है शानदार

बॉयकॉट ने 1964-82 के बीच 108 टेस्ट मैच खेलें. जिसमें इनके नाम 47 की औसत से 8114 रन दर्ज हैं. इतना ही नहीं बॉयकॉट इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में 8000 रन बनाने वाले पहले टेस्ट बल्लेबाज भी बने थे, इन्होने 1978 के दौरान चार टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी भी की.

हालांकि बॉयकॉट अपने करियर के दौरान काफी विवादों में भी घिरे रहे. उन्हें साल 2017 में नाइटहुड की 'सर' उपाधि का मजाक बनाते हुए कहा था कि ये वेस्टइंडीज के काले लोगो को दी जाती है. जैसे कि सर विवियन रिचर्ड्स, सर गैरी सोबर्स, और सर कर्टली एम्ब्रोस. जिसके लिए उन्हें माफ़ी मांगनी पड़ी थी.

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लंदन: इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जेफ्री बॉयकॉट और एंड्रयू स्ट्रॉस को 'नाइटहुट' से सम्मानित किया गया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने अपने इस्तीफे के साथ दी ऑनर्स लिस्ट में इन दोनों खिलाड़ियों को सर की उपाधि देने का ऐलान किया है.  



नाइटहुड पाने वाले व्यक्तियों की लिस्ट में क्रिकेट जगत से सिर्फ यही दो पूर्व सलामी बल्लेबाजों के नाम थे जबकि बाकी सभी राजनेता थे. ऐसे में थेरेसा के क्रिकेट प्रेमी होने के चलते उन्होंने इन दोनों को नाइटहुड उपाधि के लिए चुना. इसमें खासतौर पर उन्होंने जेफ्री बॉयकॉट की काफी प्रशंसा भी की.



स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के लिए 2004 से 2012 तक 100 टेस्ट मैचों में 7,037 रन बनाए. स्ट्रॉस ने इंग्लैंड को साल 2009 और 2010-11 की एशेज सीरीज में जीत दिलाई थी. साथ ही वो माइक गेटिंग (1986-87) के बाद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले दूसरे इंग्लिश कप्तान हैं.



इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख टॉम हैरिसन ने आधिकारिक बयान में कहा, “हम इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकते कि सर एंड्रयू स्ट्रॉस खेल के उन दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए नाइटहुड दिया गया.  पिच पर और उसके बाहर हासिल की उपलब्धियों के अलावा एंड्रयू को इस खेल में एक असाधारण व्यक्ति के रूप में जाना जाता है. उन्हें मिली इस अद्भुत प्रशंसा का जश्न विश्व क्रिकेट में मनाया जाएगा.”



बॉयकॉट का करियर भी रहा है शानदार





बॉयकॉट ने 1964-82 के बीच 108 टेस्ट मैच खेलें. जिसमें इनके नाम 47 की औसत से 8114 रन दर्ज हैं. इतना ही नहीं बॉयकॉट इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में 8000 रन बनाने वाले पहले टेस्ट बल्लेबाज भी बने थे, इन्होने 1978 के दौरान चार टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी भी की.



हालांकि बॉयकॉट अपने करियर के दौरान काफी विवादों में भी घिरे रहे. उन्हें साल 2017 में नाइटहुड की 'सर' उपाधि का मजाक बनाते हुए कहा था कि ये वेस्टइंडीज के काले लोगो को दी जाती है. जैसे कि सर विवियन रिचर्ड्स, सर गैरी सोबर्स, और सर कर्टली एम्ब्रोस. जिसके लिए उन्हें माफ़ी मांगनी पड़ी थी.


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Last Updated : Sep 30, 2019, 2:42 AM IST
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