नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में स्थित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में फुटबॉल लीग टूर्नामेंट खेलने पहुंची एक फुटबॉल टीम के सामान पर ही चोरों ने हाथ साफ कर दिया है. चोरों ने ताले तोड़कर घटना को अंजाम दिया. घटना दोपहर बाद की है. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
इस मामले में लोधी कॉलोनी पुलिस थाने के साथ ही फुटबॉल दिल्ली (DSA) ने भी अपने स्तर पर पड़ताल शुरू कर दी है.
DSA के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की. उन्होंने कहा, "इस सिलसिले में घटना वाले दिन ही थाना लोधी कॉलोनी में चोरी की एफआईआर दर्ज करवा दी गई है."
एफआईआर दिल्ली यूनाइटेड फुटबॉल टीम के मैनेजर और नई दिल्ली के इंद्रपुरी निवासी आदित्य राघव के बयान पर दर्ज की गई है. एफआईआर के मुताबिक, "घटना वाले दिन दोपहर लगभग 2 बजे दिल्ली यूनाइटेड क्लब की फुटबॉल टीम जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम पहुंची. टीम को दिल्ली सीनियर डिवीजन का फुटबॉल मैच खेलना था. टीम मैनेजर ने चेंजिंग रूम (ड्रेसिंग रूम) की चाबी ली. उसके बाद दिल्ली यूनाइटेड फुटबॉल क्लब टीम मैनेजर सहित सभी 10-11 खिलाड़ियों ने अपने मोबाइल फोन, कागजात और पर्स (जिनमें नकदी भी मौजूद थी) चेंजिंग रूम के लॉकर में बंद कर दिए. दोपहर करीब 3 बजे टीम जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम फुटबॉल मैदान पर मैच खेलने चली गई.
मैच खत्म होने के बाद शाम करीब 5:15 बजे टीम वापस ड्रेसिंग रूम पहुंची. चेंजिंग रूम का ताला अनुपम ठाकुर ने खोला. अंदर चेंजिंग रूम का हाल देखकर फुटबॉल टीम सन्न रह गई. लॉकर के ताले टूटे हुए थे और खिलाड़ियों का सामान कमरे में इधर-उधर बिखरा पड़ा था. अधिकांश खिलाड़ियों के मोबाइल फोन, नकदी, कागजात गायब थे"
फुटबॉल दिल्ली के पदाधिकारियों का कहना है, "पुलिस जांच में असली चोर को जल्दी से जल्दी सामने लाया जाना चाहिए. आरोप के मुताबिक, पूछताछ के नाम पर लोधी कॉलोनी थाना पुलिस खुद फंसकर रह गई है, जोकि सरासर गलत है."
दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने सभी खिलाड़ियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है. साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों से वादा किया कि जल्द ही आरोपी कानून के शिकंजे में होंगे.