बड़ौदा : बड़ौदा क्रिकेट संघ (बीसीए) ने 'अनुशासनहीनता' और 'खेल का अपमान' करने के लिए सीनियर खिलाड़ी दीपक हुड्डा को मौजूदा घरेलू सत्र से निलंबित कर दिया है. हुड्डा सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले शिविर छोड़कर चले गए थे.
कप्तान कृणाल पांड्या से झगड़े के बाद हुड्डा घरेलू टी20 टूर्नामेंट की शुरुआत की पूर्व संध्या पर टीम को छोड़कर चले गए थे. उन्होंने पांड्या की ओर से कथित तौर पर बुरे बर्ताव का आरोप लगाया था. बीसीए सचिव अजीत लेले ने शुक्रवार को कहा, "अनुशासनहीनता और बीसीए तथा खेल को अपमानित करने के लिए उसे (हुड्डा) इस सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. टीम और बीसीए को बताए बिना वह टीम के जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से बाहर चला गया था."
गुरुवार शाम हुई बीसीए की शीर्ष परिषद की बैठक में हुड्डा को निलंबित करने का फैसला किया गया. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए बड़ौदा के उप-कप्तान नियुक्त किए गए हुड्डा 9 जनवरी को जैविक रूप से सुरक्षित माहौल से बाहर निकल गए थे. उन्होंने बीसीए को भेजे ईमेल में पांड्या की ओर से बुरे व्यवहार का आरोप लगाया था.
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हुड्डा ने ईमेल में लिखा था, "इस समय मैं हतोत्साहित, अवसाद और दबाव में हूं. पिछले कुछ दिनों से मेरी टीम के कप्तान कृणाल पांड्या टीम के साथियों और रिलायंस स्टेडियम वडोदरा में हिस्सा लेने आई अन्य राज्यों की टीमों के सामने मेरे साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं." हुड्डा के ईमेल के बाद बीसीए ने मैनेजर से रिपोर्ट मांगी थी.