हैदराबाद : वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर डैरेन सैमी इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं, उन्होंने खुलासा किया है जि उन्होंने अपने पूरे करियर में किस तरह नस्लीय टिप्पणियों का सामना किया था. उन्होंने आरोप लगाए थे कि आईपीएल सीजन 2013 से 2015 के बीच वे सनराइजर्स हैदराबाद में रहते हुए इसका सामना करना पड़ा था. हाल ही में उन्होंने हसन मिनाज से बात करते हुए बोला कि किस तरह एशिया में ये सब बातें बहुत आम हैं, वे अपने परिवार के लोगों को 'कालू' कह कर बुलाते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए बताया था कि उनको 'कालू' का मतलब स्ट्रॉन्ग मैन लगता था.
![डैरेन सैमी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/sammy-759_1006newsroom_1591762536_825.png)
सैमी ने कहा, "नहीं. मुझे पता था. मुझे इसका मतलब पता था. मेरे लिए इसका मतलब स्ट्रॉन्ग स्टैलियन था. यही मुझे लगता था. अब मैं वापस जा कर ये नहीं कह सकता कि वो नस्लीय टिप्पणी थी."
अब सैमी को पता चला कि इस शब्द का असली मतलब क्या था. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद ने भी यही शब्द एंडिले फेहलुकवायो के लिए किया था, जिसके बाद उन पर पेनाल्टी लगी थी. सैमी ने कहा, "मैंने सुना था कि सरफराज ने वो शब्द इस्तेमाल किया था लेकिन मैंने ज्यादा सोचा नहीं. इसका मुद्दा भी बना लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया."
गौरतलब है कि ये बात 2018-19 में हुए वनडे मैचों के लिए पाकिस्तान के साउथ अफ्रीकी टूर की बात है. साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज ने कवर ड्राइव लगाई जिसके बाद पाकिस्तानी कप्तान ने उन पर नस्लीय टिप्पणी की थी.
![डैरेन सैमी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/sp11-darren-sammy_1206newsroom_1591924802_246.jpg)
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सैमी ने आगे कहा, "लेकिन मुझे पता था कि सरफराज से उसके बाद माफीनामा मांगा गया था. मैं ये बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि अगर आपका मतलब वो नहीं है तो इसका इस्तेमाल मत करो. इसलिए मुझे इस बारे में उन लोगों से बात करनी थी जो उस ड्रेसिंग रूम में हुआ करते थे. इसलिए हमसे ये उम्मीद मत करो कि इन स्थितियों को नजरअंदाज नहीं कर सकते, जो सरफराज ने सोचा कि इसमें कुछ गलत नहीं था. अगर कुछ मतलब है तो उसको बेइज्जती के तौर पर लिया जा सकता है, तो आप ऐसे शब्दों का इस्तेमाल मत करो."