जोहान्सबर्ग : क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने अपने यहां खेल में नस्लीय भेदभावों के मामले से निपटने के लिए सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण के लिए क्रिकेट (एसजेन) नाम का प्रोजेक्ट लांच किया है. टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मखाया नतिनी ने कहा था कि जब वो राष्ट्रीय टीम में खेला करते थे तब नस्लीय भेदभाव के कारण हमेशा से अकेला महसूस करते थे.
सीएसए ने एक बयान में कहा, "सीएसए के बोर्ड निदेशकों ने देश में हाल ही में हुई चीजों को संज्ञान में लिया, देश के तेज गेंदबाज लुंगी नगिदी ने ब्लैक लाइव्स मैटर मुहिम को अपने हाथ में लिया. इसने मखाया नतिनी और बाकी के अन्य खिलाड़ियों की तरफ से क्रिकेट में नस्लीय भेदभाव के मामलों को उजागर किया."
उन्होंने कहा, "क्रिकेट प्रशंसकों और दक्षिण अफ्रीका की जनता द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जो आवाज उठाई जा रही है, उसे बोर्ड के हितधारक नजरअंदाज नहीं कर सकते. इसलिए बोर्ड की बदलाव समिति ने इससे निपटने के लिए सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण में क्रिकेट नाम के प्रोजेक्ट को शुरू किया है."
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सीएसए बोर्ड के चेयरमैन क्रिस नेनजानी ने कहा, "एसजेएन अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है जो क्रिकेट में नस्लीय भेदभाव को दूर करेगा. ये काफी अहम प्रोजेक्ट है और इसलिए सभी हितधारकों को ये सुनिश्चित करना चाहिए की ये क्रिकेट के भविष्य के लिए सफल हो."