नई दिल्ली : इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) की टीम मुंबई इंडियंस को प्रशासकों की समिति(COA) ने अमेरीका में आईपीएल के प्रचार करने से मना कर दिया है. मुंबई इंडियंस ये चाहती थी कि जिस तरह फुटबॉल क्लब सीजन की शुरुआत से पहले एशियाई देशों का प्री-सीजन दौरा करते हैं और खेल को प्रोमोट करते हैं, उसी के साथ अपने समर्थकों की संख्या में इजाफा करते हैं, उसी तरह मुंबई इंडियंस भी अमेरिका में ब्रांड आईपीएल की प्रचार प्रसार रणनीति बना रहा था.
इस मामले से जुड़े एक शख्स मीडिया से बात-चीत में कहा कि सीओए द्वारा आईपीएल के बारे में जागरूकता फैलाने पर रोक लगा देने का फैसला दुर्भाग्यशाली है.
उन्होंने कहा, 'इस तरह के कार्यक्रम के लिए बोर्ड की मंजूरी की जरूरत होती है क्योंकि मुंबई इंडियंस बीसीसीआई टूर्नामेंट में हिस्सा लेती है. मुंबई इंडियंस की कोशिश अमेरिका में आईपीएल को बढ़ावा देने के साथ खेल के लिए एक नया बाजार तैयार करने की थी. अगर मंजूरी मिल जाती तो टीम वहां जाती और स्थानीय टीमों के साथ कुछ मैच खेलती जिससे उस देश में क्रिकेट से प्यार करने वाले लोग आकर्षित होते और उन्हें अपने पसंदीदा खिलाड़ियों से मिलने का मौका भी मिलता.'
सूत्र ने कहा, 'फ्रेंचाइजी इससे होने वाली कमाई को भी साझा करने को तैयार थी. आईपीएल का नियम कहता है कि अगर फ्रेंचाईजी टूर्नामेंट के बाहर कहीं खेलती है तो जो भी कमाई होगी वो साझा की जाएगी. फ्रेंचाइजी को इससे कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा घरों तक खेल को ले जाना और समर्थक तैयार करना था.'
उन्होंने ये भी कहा, 'फ्रेंचाइजी ने सीओए से आईपीएल के प्रचार करने के लिए उनके मुताबिक समय देने की मांग भी की थी.'
उनसे जब पूछा गया कि क्या फ्रेंचाइजी का मकसद इससे फायदा कमाना था? तो सूत्र ने कहा, 'वहां हमारी टिकट बेचने की योजना नहीं थी क्योंकि पता नहीं कि उन मैचों में स्टार खिलाड़ी खेलेंगे या नहीं. हमारा लक्ष्य सिर्फ उस इलाके में खेल को बढ़ावा देने का था और फ्रेंचाइजी इसे लेकर काफी गंभीर थी.'
आपको बता दें कि फ्रेंचाइजी ने जब सीओए के पास ये प्रस्ताव भेजा तो सीओए ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया.