कराची: पाकिस्तान के महान क्रिकेटर जहीर अब्बास ने राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह-उल-हक को सलाह दी है कि अगर वह सफल होना चाहते हैं, तो उन्हें इन दोनों में से सिर्फ एक जिम्मेदारी निभानी चाहिए.
जहीर ने कहा, "मैं कभी भी एक साथ दो प्रमुख पदों को स्वीकार नहीं करूंगा क्योंकि इससे आप पर काफी दबाव पड़ता है. पेशेवर क्रिकेट आसान खेल नहीं है. मुझे लगता है कि मिसबाह को खुद इस बारे में सोचने और सही निर्णय लेने की आवश्यकता है. खराब प्रदर्शन के बाद कोई भी बहाना नहीं सुनना चाहता है."
इस पूर्व करिश्माई बल्लेबाज ने हाल के इंग्लैंड दौरे पर टीम के प्रदर्शन पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि पहली पारी में बड़ी बढ़त लेने के बाद ही कमजोर टीमें टेस्ट हार जाती हैं.
पिछले 12 महीनों में पाकिस्तान ने दो टेस्ट जीते हैं और तीन गंवाए हैं, जबकि टीम ने तीन वनडे मैच (एक मैच बारिश की भेंट चढ़ गया) में से दो और 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों (तीन बारिश के कारण धुल गए) में से तीन में जीत दर्ज की. हाल में टीम इंग्लैंड से टेस्ट श्रृंखला 0-1 से गंवा बैठी और टी20 श्रृंखला 1-1 से बराबर रही.
उन्होने कहा, "ऐसा लगा जैसे पाकिस्तान ने इंग्लैंड को पहले टेस्ट में जीत उपहार में दी. उस मैच में इंग्लैंड ने हमारी कमजोरियों को उजागर किया. हम अब भी टेस्ट में सही संयोजन और खिलाड़ियों को खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं."
वहीं, इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने कहा कि वे मिसबाह के साथ आगे के बारे में चर्चा करेंगे. मनी ने कहा था, 'मिसबाह से उनके और टीम के प्रदर्शन के बारे में पूछा जाएगा और भविष्य के लिए उनकी योजना क्या है. वह हमेशा ही अपने काम के प्रति जवाबदेह रहे हैं और उनकी मूल्यांकन प्रक्रिया के अंतर्गत पीसीबी क्रिकेट समिति उनसे साक्षात्कार करेगी."
बता दें कि कुछ पूर्व खिलाड़ियों को लगता है कि मिसबाह का बोझ कुछ कम करने के लिए उन्हें दो महत्वपूर्ण पदों से में से एक में राहत दे देनी चाहिए.