दुबई: इंग्लैंड और किंग्स इलेवन पंजाब के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन का मानना है कि डेथ ओवरों का दबाव झेलने के लिए गेंदबाज में सेंस ऑफ ह्यूमर जरूरी है.
डेथ ओवरों के विशेषज्ञ माने जाने वाले जॉर्डन दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में महंगे साबित हुए थे और एक ओवर में 30 रन दे डाले थे. इसके एक सप्ताह बाद पंजाब के ही शेल्डन कॉटरेल के ओवर में राहुल तेवतिया ने पांच छक्के लगाकर राजस्थान रॉयल्स को चमत्कारिक जीत दिलाई.
जॉर्डन ने कहा, "शेल्डन के साथ जो हुआ, वो किसी के भी साथ हो सकता है. डेथ ओवरों में गेंदबाजी के लिए सेंस ऑफ ह्यूमर की जरूरत होती है क्योंकि आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ हिटर्स के सामने गेंद डाल रहे होते हैं."
उन्होंने कहा, "उस समय हर बल्लेबाज छक्के लगाना चाहता है. ऐसे में गेंदबाज का शांत बने रहना जरूरी है. उसे अपने काम पर फोकस करना चाहिए और मैं इसी सोच के साथ गेंद डालता हूं."
जॉर्डन ने कहा, "इस प्रारूप में बल्लेबाज अविश्वसनीय शॉट लगा जाते हैं. ऐसे में हंसी मजाक से ही आप तनाव से मुक्त रह सकते हैं. हम लोग वैसे भी ऐसे दौर में जी रहे हैं (कोरोना महामारी के कारण) कि मैदान पर खेलने का मौका मिलना ही एक वरदान है."