कोलंबो: श्रीलंका के गेंदबाजों ने लॉकडाउन के बाद अभ्यास सत्र के दौरान अपने मुख्य कोच मिकी आर्थर से कहा कि गेंद को चमकाने के लिए पसीना लार की तरह प्रभावशाली नहीं होगा.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने कोरोना वायरस के खतरे को रोकने के लिए अंतरिम उपाय के तौर पर लार के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है. ऑर्थर भी इस समिति के सदस्य हैं. अब से गेंदबाज गेंद पर केवल पसीने का उपयोग कर सकते हैं.
कोविड-19 महामारी के कारण श्रीलंका में मार्च से क्रिकेट ठप्प पड़ा हुआ है. तब इंग्लैंड की टीम दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए श्रीलंका दौरे पर आयी थी लेकिन वह दौरे के शुरू में ही स्वदेश लौट गयी थी. यह श्रृंखला अब अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी है.
यहां एक होटल में कड़े सुरक्षा उपायों के बीच श्रीलंका के 13 खिलाड़ियों ने अभ्यास शुरू किया. उनका यह अभ्यास शिविर 12 दिन तक चलेगा जिसमें फिटनेस ड्रिल के साथ मैदानी अभ्यास भी शामिल है.
श्रीलंका क्रिकेट ने इन खिलाड़ियों को निजी कारणों से होटल या अभ्यास स्थल छोड़ने की अनुमति नहीं दी है.
ऑर्थर ने कहा, "गेंदबाज़ों से बातचीत करना शानदार रहा. उन्होंने बताया कि पसीना गेंद को और भारी कर रहा है, इससे गेंद में चमक भी नहीं आ रही है. शाइन के लिए लार ही सबसे बेहतर विकल्प है. लेकिन जो भी हो अब जो मुश्किल है, उससे पार तो पाना ही होगा."
उन्होंने कहा, "मैं क्रिकेट समिति में हूं और गेंद पर लार लगाने से बचने की सिफारिशों को लेकर चल रही चर्चा से अवगत हूं. हालांकि आप गेंद पर पसीने का उपयोग कर सकते हो क्योंकि यह साबित हो चुका है कि पसीने से खतरा नहीं है."