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गांगुली और शाह ने सुप्रीम कोर्ट का किया रुख, बढ़ाना चाहते हैं अपना कार्यकाल

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में अपने संविधान में महत्वपूर्ण बदलावों की मांग की है, जिससे अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को जस्टिस लोढ़ा पैनल द्वारा निर्धारित और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वीकृत तीन साल की कूलिंग पीरियड का सामना न करके अपने तीन साल के कार्यकाल को पूरा करने की अनुमति मिलेगी.

BCCI president Sourav Ganguly, secretary Jay Shah
BCCI president Sourav Ganguly, secretary Jay Shah
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Published : May 23, 2020, 11:57 AM IST

Updated : May 23, 2020, 1:29 PM IST

हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया है, बीसीसीआई बोर्ड के संविधान में महत्वपूर्ण संशोधन की मांग कर रहा है, जिससे अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को तीन साल के लिए अपने कार्यकाल का विस्तार मिल सकेगा.

देखिए वीडियो

कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल द्वारा दायर आवेदन में, बीसीसीआई ने कहा कि पिछले साल 1 दिसंबर को वार्षिक आम बैठक में कुछ बदलावों को मंजूरी दी गई थी और ये बोर्ड के संविधान में बदलावों को लागू करने के लिए 9 अगस्त, 2018 के आदेश के अनुसार सुप्रीम कोर्ट से छूट की मांग कर रहा था.

BCCI treasurer Arun Dhumal
कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल

दोनों को पिछले साल अक्टूबर में निर्विरोध चुना गया था

प्रशासकों की समिति द्वारा तैयार और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वीकृत नए नियम के मुताबिक राज्य क्रिकेट संघों या बीसीसीआई में दो कार्यकालों में सेवा करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए तीन वर्ष का कूलिंग पीरियड निर्धारित किया गया है. इस नियम को ध्यान में रखते हुए, गांगुली और शाह को क्रमशः इस वर्ष जुलाई और जून से तीन वर्षों के लिए क्रिकेट प्रबंधन से दूर रहना होगा. दोनों को पिछले साल अक्टूबर में निर्विरोध चुना गया था.

अध्यक्ष और सचिव पर लागू होगी

Supreme Court of India
भारतीय सुप्रीम कोर्ट

बोर्ड की एजीएम ने मंजूरी दी कि कूलिंग पीरियड की अवधि अध्यक्ष और सचिव पर लागू होगी, अगर उन्होंने बीसीसीआई में लगातार दो बार सेवा की है, इसका मतलब है कि राज्य क्रिकेट संघों में उनके कार्यकाल को ध्यान में नहीं रखा जाएगा.

BCCI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड

जय शाह बीसीसीआई के सचिव बनने से पहले 2013 से गुजरात क्रिकेट संघ में संयुक्त सचिव थे. इसी तरह से गांगुली भी पूर्व में बंगाल क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव और बाद में अध्यक्ष पद पर रहे.

हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया है, बीसीसीआई बोर्ड के संविधान में महत्वपूर्ण संशोधन की मांग कर रहा है, जिससे अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को तीन साल के लिए अपने कार्यकाल का विस्तार मिल सकेगा.

देखिए वीडियो

कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल द्वारा दायर आवेदन में, बीसीसीआई ने कहा कि पिछले साल 1 दिसंबर को वार्षिक आम बैठक में कुछ बदलावों को मंजूरी दी गई थी और ये बोर्ड के संविधान में बदलावों को लागू करने के लिए 9 अगस्त, 2018 के आदेश के अनुसार सुप्रीम कोर्ट से छूट की मांग कर रहा था.

BCCI treasurer Arun Dhumal
कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल

दोनों को पिछले साल अक्टूबर में निर्विरोध चुना गया था

प्रशासकों की समिति द्वारा तैयार और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्वीकृत नए नियम के मुताबिक राज्य क्रिकेट संघों या बीसीसीआई में दो कार्यकालों में सेवा करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए तीन वर्ष का कूलिंग पीरियड निर्धारित किया गया है. इस नियम को ध्यान में रखते हुए, गांगुली और शाह को क्रमशः इस वर्ष जुलाई और जून से तीन वर्षों के लिए क्रिकेट प्रबंधन से दूर रहना होगा. दोनों को पिछले साल अक्टूबर में निर्विरोध चुना गया था.

अध्यक्ष और सचिव पर लागू होगी

Supreme Court of India
भारतीय सुप्रीम कोर्ट

बोर्ड की एजीएम ने मंजूरी दी कि कूलिंग पीरियड की अवधि अध्यक्ष और सचिव पर लागू होगी, अगर उन्होंने बीसीसीआई में लगातार दो बार सेवा की है, इसका मतलब है कि राज्य क्रिकेट संघों में उनके कार्यकाल को ध्यान में नहीं रखा जाएगा.

BCCI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड

जय शाह बीसीसीआई के सचिव बनने से पहले 2013 से गुजरात क्रिकेट संघ में संयुक्त सचिव थे. इसी तरह से गांगुली भी पूर्व में बंगाल क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव और बाद में अध्यक्ष पद पर रहे.

Last Updated : May 23, 2020, 1:29 PM IST
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