हैदराबाद : बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम की स्टार तेज गेंदबाज जहांनारा आलम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बात कर बताया है कि किस तरह वे खुद को किस तरह फिट रख रही हैं, इस साल हुए टी-20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन, महिला आईपीएल में खेलने के अनुभव के अलावा और भी कई बातें साझा कीं.
लॉकडाउन में परिवार से दूर ढाका में हैं जहांनारा
बांग्लादेश की स्टार गेंदबाज ने कहा है कि इस परिस्थिति में मैं खुश हूं, मैं ठीक हूं. मेरा परिवार सुरक्षित है इसलिए मैं खुश हूं. लेकिन मैं इसलिए खुद को बदकिस्मत मानती हूं क्योंकि मैं अपने परिवार के साथ नहीं हूं. मैं ढाका में फंसी हूं, विश्व कप के बाद ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद से मैं यहीं हूं. यहां की स्थिति अच्छी नहीं है, एक लाख लोग संक्रमित हैं और यें संख्या बढ़ती ही जा रही है.
क्रिकेट का सफर किस तरह शुरू हुआ?
37 वनडे मैचों में बांग्लादेश के लिए 33 विकेट ले चुकीं जहांनारा ने कहा, "ये बहुत मजेदार कहानी है. मैंने 14 साल की उम्र में खेलना शुरू किया था. मैं पहले टीवी पर कभी क्रिकेट नहीं देखती थी क्योंकि मुझे उसके नियम नहीं पता थे और मुझे क्रिकेट देखना अच्छा नहीं लगता था. फिर उसके बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के कोच सलाउद्दीन सर ने मुझे क्रिकेट खेलने का ऑफर दिया. बीसीबी ने पुरुष टीम के साथ साथ महिला टीम भी बनना चाहती थी, तो मुझे क्रिकेट खेलने का मौका मिला था और मैं भी तुरंत मान गई थी."
उन्होंने आगे बताया, "ट्रायल में मैं सभी विभागों में फेल हो गई थी क्योंकि मुझे क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था. फिर जैसा कोच ने कहा मैंने वैसा किया और मैं एक महीने के बाद तेज गेंदबाज बन गई. फिर ओपन टूर्नामेंट में मैं सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली बॉलर बन गई और मेरे पास साल 2007 में नेशनल कैंप में आने के लिए कॉल आया. फिर 2008 में मैं नेशनल टीम का हिस्सा बन गई और फिर आज तक मैं क्रिकेट में हूं."
बांग्लादेशी लड़की के तौर पर क्रिकेट को करियर बनाना कितना कठिन था?
आलम ने कहा, "ये मेरे आसान था क्योंकि मेरे घरवालों ने मेरा पूरा साथ दिया था. लेकिन मेरे आस-पड़ोस के लोगों ने मेरे पिता से काफी सवाल किए थे कि वो अपनी बेटी को क्रिकेट खेलते क्यों दे रहे हैं, ये लड़कियों के लिए अच्छा नहीं है. आप उसको पढ़ाओ और शादी करवा दो. फिर मेरे पिता ने कहा कि वो कोई गलत काम नहीं कर रही तो उसने खेलने दो."
बांग्लादेश की अन्य लड़कियों को क्रिकेटर बनने में किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है?
बांग्लादेश के लिए 71 टी20 मैच खेल कर 55 विकेट चटकाने वाली स्टार गेंदबाज ने कहा, "साल 2018 (एशिया कप जीतने से पहले) मुश्किल तो था लेकिन उसके बाद एशिया कप जीतने के बाद लड़कियों के घर वाले क्रिकेट में करियर बनाने में खुद मदद कर रहे हैं क्योंकि उनको लगा कि लड़कियां भी अपने देश को रिप्रेजेंट कर सकती हैं."
उन्होंने आगे कहा कि लेकिन फिर भी कुछ माता-पिता ऐसे भी हैं जो अपनी बेटियों को क्रिकेट खेलने नहीं देते. सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि किसी भी फील्ड में वो जाना चाहती हैं, उनको जाने देना चाहिए.
भारत और पाकिस्तान में से पसंदीदा विरोधी टीम कौन सी है?
जहांनारा ने पाकिस्तान का नाम लेते हुए कहा कि मेरे लिए पाकिस्तान है क्योंकि हम पाकिस्तान के खिलाफ बहुत मैच खेलते हैं, भारत के लिए इतने मैच नहीं खेलते.
2020 टी-20 विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन पर बोलीं जहांनारा
जहांनारा ने बताया कि उन्हें लगता है कि ये खेल का हिस्सा है. इस साल का टी-20 विश्व कप हमारे लिए बहुत खराब रहा क्योंकि हम अपनी प्रतिभा नहीं दिखा पाए. उन्होंने कहा, "2014, 2016 और 2018 में मैंने अच्छा किया था लेकिन इस साल नहीं हो पाया. स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत और जेमिमा भी अपने नाम के मुताबिक इतने रन नहीं बना सके."