लंदन: ऑस्ट्रेलिया को सीमित ओवरों की आने वाली सीरीज में इंग्लैंड के फैन्स के तानों का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि कोरोना वायरस के कारण दर्शकों को स्टेडियम में आने की इजाजत नहीं है, लेकिन मेहमान टीम के कप्तान एरोन फिंच ने कहा कि उन्हें इसकी कमी महसूस होगी.
ऑस्ट्रेलियाई टीम इस दौरे के लिए इंग्लैंड पहुंच चुकी है. सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के क्रिकेटर युनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) रवाना होंगे और इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे.
ऑस्ट्रेलिया की टीम के इस हफ्ते इंग्लैंड पहुंचने के बाद फिंच ने बुधवार को पहली बार बयान देते हुए कहा, "मनोरंजन करने के लिए दर्शकों की मौजूदगी हमेशा अच्छी होती है और वे जो छींटाकशी करते हैं, खासकर इंग्लैंड के दर्शक, वो खास है."
फिंच ने वीडियो कॉल के दौरान कहा, "क्या वे हद पार कर देते हैं? कभी-कभी, शायद. लेकिन मुझे लगता है कि इसका हिस्सा होना अच्छा है खासकर जब आप इंग्लैंड को वहां हरा दो तो. इस बार चीजें अलग होंगी लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे मैच के जुनून में कोई कमी आएगी."
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को 2018 में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण में शामिल होने के बाद पिछले साल एशेज श्रृंखला और क्रिकेट विश्व कप के दौरान इंग्लैंड के दर्शकों की हूटिंग का सामना करना पड़ा था.
ये दोनों इस बार भी ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा हैं जो वैश्विक महामारी के शुरू होने के बाद देश से बाहर जाने वाली पहली राष्ट्रीय खेल टीम है.
ऑस्ट्रेलिया से पहले वेस्टइंडीज, आयरलैंड और पाकिस्तान की टीमें अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए इंग्लैंड का दौरा कर चुकी हैं और फिंच ने कहा कि वह स्वदेश में यह मुकाबले देख रहे थे.
उन्होंने कहा, "बेशक दर्शकों के नहीं होने से स्थिति थोड़ी अलग है लेकिन एक क्रिकेट के रूप में मुझे लगता है कि हम अपने 95 प्रतिशत मुकाबले बहुत अधिक दर्शकों के सामने नहीं खेलते. इसलिए मुझे लगता है कि हम इसके आदी हैं."
ऑस्ट्रेलिया ने 13 मार्च से कोई मुकाबला नहीं खेला है जब न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला रद कर दी गई थी. इंग्लैंड में टीम को तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में खेलने हैं.
इस पर फिंच ने कहा, "हमने सिडनी में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच, जो हमारा आखिरी मैच था बिना दर्शकों के ही खेला था इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें किसी अतिरिक्त प्रेरणा की जरूरत नहीं पड़ेगी, ना ही हमारा उत्साह बढ़ाने के लिए दर्शकों की जरूरत होगी, वैसे भी यूके में हमें ये मिलने नहीं वाला."
उन्होंने कहा, "आखिर में हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं. बात हमेशा अपने प्रदर्शन पर गर्व करने और देश का प्रतिनिधित्व करने पर आएगी. ये अलग होगा लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे खेल की गंभीरता कम होगी."