मेलबर्न : ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 100वें टेस्ट मैच का गवाह बना और भारत ने अपने चार अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बावजूद अजिंक्य रहाणे की प्रेरणादायी कप्तानी में 8 विकेट से जीत हासिल करते हुए इसे याददार बना दिया. जीत के साथ भारत ने सीरीज 1-1 से बराबर कर ली.
बॉक्सिंग डे टेस्ट में 12वां शतक जमाने वाले अजिंक्य रहाणे प्लेयर ऑफ द मैच रहे. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें ऐतिहासिक मुलाग मेडल देकर सम्मानित किया. दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ही बोर्ड ने घोषणा कर दी थी कि प्लेयर ऑफ द मैच को मुलाग मेडल से सम्मानित किया जाएगा. रहाणे जॉनी मुलाग मेडल पाने वाले पहले क्रिकेटर बने हैं.
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🏏 112
— ICC (@ICC) December 29, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
🏏 27*
India captain Ajinkya Rahane has been adjudged as the Player of the Match after leading from the front in the second #AUSvIND Test 💥
How impressed are you with his performance? pic.twitter.com/JV6FBVWAcS
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पहली पारी में रहाणे ने 112 रन बनाए थे, वहीं दूसरी पारी में वह 27 रन पर नाबाद रहे. भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी को 200 रन पर ही समेट दिया था और इस वजह से भारत को जीत के लिए 70 रनों का ही लक्ष्य मिला, जिसे भारत ने आसानी से हासिल कर लिया.
बता दें कि जॉनी मुलाग 1868 की ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान थे, जिनके नाम पर इस मेडल का नाम रखा गया. जॉनी मुलाग विदेशी दौरे पर जाने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान थे.
जॉनी मुलाग की अगुवाई में 1868 में टीम ने ब्रिटेन का दौरा किया था. यह टीम अंतरराष्ट्रीय दौरा करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई टीम थी.
जॉनी मुलाग का असली नाम उनारिमिन था और उन्होंने 1868 में क्षेत्रीय टीम का नेतृत्व किया था. इस दौरे में उन्होंने 47 में से 45 मैच खेले थे तथा लगभग 23 की औसत से 1698 रन बनाए थे.
वहीं उन्होंने 1877 ओवर भी किए, जिसमें से 831 ओवर मेडन फेंके थे. उन्होंने 10 की औसत से 257 विकेट लिए. अपने करियर में उन्होंने कामचलाऊ विकेटकीपर की भूमिका भी निभायी और चार स्टंपिंग कीं. मुलाग 1866 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में भी खेले थे.