हैदराबाद: पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार और पसीने का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता.
ऐसी खबरें हैं कि कोरोना वायरस के कारण आईसीसी गेंद पर लार का इस्तेमाल करने से रोकने पर विचार कर रही है. खिलाड़ियों से गेंद पर चमक बनाए रखने को कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति मिल सकती है.
![वकार यूनुस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/kennykline0309011588049899617-67_2804email_1588049910_895.jpg)
पाकिस्तान के दिग्गज वकार ने स्पष्ट किया कि लार का उपयोग बहुत जरूरी है और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के फिर से शुरू होने पर इसे हटाया नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, "एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं इसे अस्वीकार करता हूं, क्योंकि यह (लार और पसीने का उपयोग करना) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. एक गेंद पूरे दिन एक हाथ से दूसरे हाथ जाती है."
उन्होंने कहा, "पसीने और लार का इस्तेमाल नैसर्गिक है. यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते. आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकाना संभव नहीं होगा."
![पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/waqar-younis-750x3751588049899618-23_2804email_1588049910_402.jpg)
वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज माइकल होल्डिंग ने भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा, ‘आईसीसी को ऐसी स्थिति का सामना करने की जगह क्रिकेट को तभी शुरू करना चाहिए, जब माहौल पूरी तरह से सही हो. जबकि साउथ अफ्रीका के महान गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने इस पहल का समर्थन किया
उन्होंने कहा, "मैं गेंद से छेड़छाड़ को वैध बनाने से बिल्कुल सहमत हूं. मैंने 2000 के दशक में किसी लेख में ऐसा कहा था. यह वैसे भी होता है. हम देखते हैं कि लोग जमीन पर गेंद फेंकते हैं और अंपायर ऐसा करने से माना करते हैं. यह स्पष्ट है कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं. अगर इस पर अच्छी तरह से नजर रखी है तो यह काम कर सकता है."