पुणे : इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने गुरुवार को यहां कहा कि आक्रामक हाव भाव भले ही विराट कोहली और उनकी भारतीय टीम के अनुकूल हो लेकिन यह इंग्लैंड की कार्य प्रणाली पर फिट नहीं बैठता है.
स्टोक्स से भारतीय कप्तान कोहली के क्षेत्ररक्षण करते समय या विकेट का जश्न मनाते हुए आक्रामक हाव भाव के संबंध में सवाल किया गया था.
स्टोक्स ने भारत के खिलाफ दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, "प्रत्येक टीम और प्रत्येक खिलाड़ी मैदान पर विशेष तरह का रवैया अपनाते हैं जिससे कि उन्हें सफलता मिलती है. पिछले चार पांच वर्षों में यह तरीका हमारे लिए अनुकूल नहीं रहा है. हम उस पर कायम रहते हैं जो हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ है और जिससे हमारी टीम बेहतर टीम बनती है. हर टीम का अपना तरीका होता है. भारत का अपना तरीका है और हमारा अपना."
स्टोक्स से पूछा गया कि वह एक भले या आक्रामक विराट में से किसे पसंद करते हैं, उन्होंने जवाब दिया, "निजी तौर पर मैं चाहता हूं कि वह रन नहीं बनाये क्योंकि यह हमारे लिए अच्छा नहीं है."
पहले मैच में 66 रन से हार के बाद इंग्लैंड पर नंबर एक रैंकिंग गंवाने का खतरा मंडरा रहा है लेकिन स्टोक्स ने कहा कि उनके लिए प्रेरणातत्व नहीं है.
उन्होंने कहा, "हम नंबर एक के हकदार थे क्योंकि हमने अच्छे परिणाम हासिल किये और हमने अच्छी क्रिकेट खेली और हम उससे भटकेंगे नहीं. नंबर एक होना वास्तव में अच्छी बात है लेकिन यह हमारे लिए प्रेरणातत्व नहीं है."
जो रूट की अनुपस्थिति में इस आलराउंडर को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ रहा है. स्टोक्स ने खुलासा किया कि उन्होंने इस नई भूमिका के लिए अपनी मानसिकता नहीं बदली है.
उन्होंने कहा, "मैंने असल में रूट से नंबर तीन पर उनकी मानसिकता के बारे में जानना चाहा था. उनका स्पष्ट संदेश था, तुम जैसा खेलते हो, वैसा खेलना जारी रखो. रूट का खेलने का अपना तरीका है और इसका मतलब यह नहीं है कि मैं भी उसी तरह से खेलूं."
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स्टोक्स ने कहा, "तीसरे नंबर पर मुझे 100 गेंदें खेलने को मिल सकती हैं जबकि अमूमन मुझे 60-70 खेलने को मिलती हैं. मैं बहुत अधिक बदलाव पर गौर नहीं कर रहा हूं. मुझे विशेषकर अपनी पारी की शुरुआत में थोड़ी भिन्न परिस्थिति का सामना करना पड़ सकता है."