हैदराबाद : एक प्रमुख भारतीय वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली पुलिस को अपने बयान में, लंदन स्थित क्रिकेट सट्टेबाज संजीव ने कथित तौर पर दावा किया है कि कोई भी क्रिकेट मैच निष्पक्ष रूप से नहीं खेला जाता है और सभी क्रिकेट मैच जो लोग देखते हैं, वे फिक्स होते हैं.
क्रिकेट मैचों को नियंत्रित करता है
संजीव चावला ने कहा, 'एक बहुत बड़ा सिंडिकेट/अंडरवर्ल्ड माफिया सभी क्रिकेट मैचों को ऐसे नियंत्रित करता है जैसे कि ऐसी फिल्में जो पहले से ही किसी के द्वारा निर्देशित की जा रही हैं. ये खतरनाक लोग हैं.
एक वेबसाइट के अनुसार चावला का ये बयान अदालत को सौंपे गए एक पूरक आरोप पत्र का हिस्सा है, लेकिन इस पर आरोपी के हस्ताक्षर नहीं हैं. चावला ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि सिंडिकेट ने मामले के जांच अधिकारी डीसीपी (अपराध शाखा) डॉ. जी राम गोपाल नाइक को निशाना बनाया था। और उनका जीवन खतरे में था.
चावला ने कहा कि वो अधिक जानकारी नहीं दे सकता है क्योंकि "एक बहुत बड़ा सिंडिकेट / अंडरवर्ल्ड माफिया इस मामले में शामिल है और वे खतरनाक लोग हैं और अगर वो कुछ भी कहता है तो वे जान से मार देंगे.
एक ब्रिटिश नागरिक चावला को इस साल फरवरी में एक लंबी प्रक्रिया के बाद भारत में प्रत्यर्पित किया गया था, लेकिन चावला उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के अभाव में तिहाड़ जेल से बाहर आ गया. एक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 मई को दिल्ली पुलिस ने हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने साल 2000 में हुए मैच फिक्सिंग कांड के मुख्य आरोपी संजीव चावला को 2 मई 2020 को जमानत दे दी है.