नई दिल्लीः भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए दिल्ली टेस्ट 6 विकेट से जीत लिया है. अपने टेस्ट करियर का 100वां मैच खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद एक ऐसा खुलासा किया है जो हैरान करने वाला है. उन्होंने कहा कि वह अपने 100वें मैच में काफी घबराए हुए थे. उनका पूरा परिवार अरुण जेटली स्टेडियम में उनके 100वें टेस्ट मैच को देखने आया था. लेकिन आखिर में टीम के लिए विजयी बाउंड्री मारने का अनुभव खास था.
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया. चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 की बढ़त ले ली. पुजारा ने कहा कि यह एक अच्छा टेस्ट मैच रहा, दुर्भाग्य से मुझे पहली पारी में कोई रन बनाने का मौका नहीं मिला. लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं पहले 10 मिनट तक मैदान पर टिकता हूं तो मैं स्कोर कर सकता हूं. मैं बहुत नर्वस था क्योंकि मेरा पूरा परिवार यहां था. अंत में विजयी बाउंड्री मारने का एक विशेष एहसास था. 35 वर्षीय बल्लेबाज ने यह भी उल्लेख किया कि टीम दूसरे दिन की गेंदबाजी से थोड़ी निराश थी, लेकिन तीसरे दिन गेंदबाजों ने शानदार काम किया.
उन्होंने आगे कहा, मैंने सोचा था कि हम 200-250 के आसपास रनों का पीछा करेंगे और हम ऐसा करने के लिए तैयार थे. हम दूसरे दिन की गेंदबाजी से थोड़ा निराश थे, हमने कुछ अधिक रन दिए, लेकिन तीसरे दिन स्पिनरों ने बेहतर गेंदबाजी की.' अपने स्वीप शॉट्स के बारे में बात करते हुए पुजारा ने कहा कि उन्होंने इसका काफी अभ्यास किया है, लेकिन पिच बल्लेबाजी करने के लिए कठिन नहीं थी. बता दें कि पुजारा टेस्ट के पहली पारी में 7 गैंद खेलकर बिना कोई रन बनाए नाथन लियोन की गेंद पर LBW हो गए थे. जबकि दूसरी पारी में पुजारा ने 74 गेंद पर नाबाद 31 रन की पारी खेली. इस दौरान पुजारा 1 घंटा 50 मिनट तक क्रिज पर टिके रहे.
(इनपुटः आईएएनएस)
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