नई दिल्लीः भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड द्वारा इंदौर टेस्ट की पिच को दी गई 'खराब' रेटिंग को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से औपचारिक अपील दायर की है. ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, दो सदस्यीय आईसीसी पैनल अब 14 दिनों के भीतर अपना फैसला सुनाने से पहले समीक्षा करेगा. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा टेस्ट होल्कर स्टेडियम में पहले दो दिनों में 30 विकेट गिरने के बाद तीसरे दिन पहले सत्र के भीतर समाप्त हो गया था.
टेस्ट में 31 में से 26 विकेट स्पिनरों के पास गए थे. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दो टेस्ट हारने के बाद सीरीजी में वापसी करने के लिए 9 विकेट से जीत हासिल की थी. मैच के खत्म होने के बाद मैच रेफरी ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पिच बहुत सूखी थी और बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं कर रही थी. पिच शुरू से ही स्पिनरों के पक्ष में थी. उन्होंने आगे कहा कि पूरे मैच में अत्यधिक और असमान उछाल था.
ब्रॉड की रेटिंग का मतलब था कि स्थल अब तीन अवगुण अंक अर्जित कर चुका है और यह पांच साल की रोलिंग अवधि के लिए सक्रिय रहेगा. मैच रेफरी के फैसले का गंभीर हिस्सा मैदान पर निलंबन का खतरा है. नियमों के मुताबिक जब कोई स्थल पांच अवगुण अंक प्राप्त करता है तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है. किसी स्थल को 24 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के आयोजन से निलंबित कर दिया जाएगा. जब यह 10 अवगुण अंक की सीमा तक पहुंच जाता है. इससे पहले दो टेस्ट के मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने नागपुर और दिल्ली में इस्तेमाल की जाने वाली पिच को औसत का दर्जा दिया था. वे टेस्ट भी तीन दिनों के भीतर समाप्त हो गए थे, जिसमें भारत ने जीत दर्ज की थी.
(इनपुटः आईएएनएस)
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