साउथम्पटन: भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि इंग्लैंड में एक ही दिन में अलग-अलग हालात में खेलना बल्लेबाजों के लिए सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण वाली होने वाली है. भारतीय टीम को इंग्लैंड के साउथम्पटन में 18 जून से न्यूजीलैंड के साथ वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेलना है.
इसके बाद टीम को चार अगस्त से मेजबान इंग्लैंड के साथ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है.
पुजारा ने BCCI TV से कहा, "यहां एक ही दिन में अलग-अलग हालात में खेलना बल्लेबाज के लिए सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि अगर बारिश होती है तो आपको मैदान से बाहर जाना होता है. इसके बाद अचानक बारिश रुक जाती है और आपको दोबारा शुरूआत करनी होती है. इस बीच ब्रेक भी होगी और यही चीज है, जिसे आपको समझना है और इस चुनौती को स्वीकार करना है. आपको मानसिक रूप से काफी मजबूत रहना होगा और अपना ध्यान बनाए रखना होगा. जो ब्रेक आपको मिलेंगे, उसका इस्तेमाल करना काफी महत्वपूर्ण होगा."
न्यूजीलैंड ने हाल में इंग्लैंड के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली है और उसमें उसने 1-0 से सीरीज जीती है. पुजारा ने कहा कि कीवी टीम को इसका फायदा मिलेगा, लेकिन भारतीय टीम भी किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, "फाइनल से पहले दो टेस्ट मैच खेलकर बेशक वो (न्यूजीलैंड) फायदे की स्थिति में होंगे, लेकिन जब बात फाइनल की आती है तो हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे. हमें पता है कि हमारी टीम में अच्छा प्रदर्शन करने और चैंपियनशिप जीतने की क्षमता है. इसलिए हम इसे लेकर चिंतित नहीं हैं. हमें तैयारी के लिए जो 10 से 12 दिन का समय मिला है उसमें हम फोकस रहने का प्रयास करेंग.। हम एक प्रैक्टिस मैच भी खेलेंगे और हम उपलब्ध संसाधनों का बेस्ट इस्तेमाल का प्रयास करेंगे. अगर हम इन दिनों का सही इस्तेमाल कर पाए तो मुझे लगता है कि हमारी टीम फाइनल में चुनौती के लिए तैयार रहेगी."
पुजारा और तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल काफी खास है क्योंकि वे अब केवल टेस्ट क्रिकेट ही खेल रहे हैं.
पुजारा ने कहा, "निजी तौर पर यह मेरे लिए काफी मायने रखता है क्योंकि मैं सिर्फ इसी एक फॉर्मेट में खेल रहा हूं और यह क्रिकेट में सबसे चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट है. यहां पहुंचने के लिए हमने एक टीम के रूप में काफी कड़ी मेहनत की है. मैं इस चीज को लेकर काफी उत्साहित हूं कि खिलाड़ी इस मुकाबले को लेकर उत्साहित हैं."