नई दिल्ली : आठवें महिला एशिया कप 2022 के फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका के साथ होगा. भारत ने पहले सेमीफाइनल में थाईलैंड को और श्रीलंका की महिला टीम ने पाकिस्तान को दूसरे सेमीफाइनल में गुरूवार को हराकर रोमांचक अंदाज में फाइनल में प्रवेश किया है. आखिरी गेंद तक खिंचे रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका ने पाकिस्तान को एक रन से हराकर महिला एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. भारत व श्रीलंका की महिला क्रिकेट टीम के बीच शनिवार को काफी दिलचस्प मुकाबला होगा.
गुरूवार को खेले गए मैच में दीप्ति शर्मा के 7 रन देकर 3 विकेट और शैफाली वर्मा के हरफनमौला प्रदर्शन ने महिला टीम ने एशिया कप में थाईलैंड के सफर को खत्म करते हुए पहले सेमीफाइनल में भारत की 74 रन की शानदार जीत हासिल की थी और लगातार सातवीं एशिया कप फाइनल में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है. इसके पहले भारत यह खिताब 6 बार जीत चुका है. साल 2018 में खेल गए फाइनल में भारत को बांग्लादेश ने हराकर खिताब जीता था. इसके अलावा भारतीय महिलाओं एशिया कप के फाइनल में पहुंच कर कभी नहीं हारा है.
आपको बता दें कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वनडे फॉर्मेट में खेले गए 2004, 2005, 2006 और 2008 के महिला एशिया कप को जीता था. वहीं T20 फॉर्मेट में खेले गए 2012 व 2016 के भी एशिया कप के खिताब को भारतीय टीम ने ही जीता है. 2018 में T20 फार्मेट में खेले गए एशिया कप के फाइनल में उसे बांग्लादेश ने हरा दिया था. भारतीय महिला क्रिकेट टीम केवल 2018 के एशिया कप के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ जीत हासिल नहीं कर सकी है, अन्यथा एशिया कप में भारत की महिला टीम का रिकॉर्ड शानदार रहा है.
वहीं श्रीलंका की टीम पूरी सीरीज में जुझारू तरीके से खेलती नजर आयी है. श्रीलंका ने 20 ओवर में छह विकेट पर 122 रन बनाये थे और पाकिस्तान को 20 ओवर में छह विकेट पर 121 रन पर रोक दिया. पाकिस्तान को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 3 रन की जरूरत थी, लेकिन निदा डार (26) दूसरा रन चुराने की कोशिश में रन आउट हो गयीं और श्रीलंका की टीम एक रन से जीत कर फाइनल में पहुंच गयी. यह श्रीलंका का पहला टी20 एशिया कप फाइनल है. इसके पहले एकदिवसीय मैच फारमेट में खेले जाने वाले एशिया कप में श्रीलंका की टीम ने तीन बार खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी.
स्मृति मंधाना और शैफाली पर एक बार फिर रहेगी नजर
स्मृति मंधाना और शैफाली ने बल्ले से एकबार फिर से बड़ी पारी की उम्मीद होगी. स्मृति मंधाना और शेफाली ने तेजी से रन बनाकर विरोधी टीम पर दबाव डालने का फार्मूला फिर से अपनाना होगा. स्मृति मंधाना ने 14 गेंदों में 13 रन बनाये तो शेफाली ने 28 गेंदों में पांच चौकों और एक छक्के की मदद से 42 रन बनाने और एक विकेट लेकर अपना ऑलराउंड परफॉर्मेंस जारी रखा. इसीलिए उसे प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला. वहीं मैच में भारत की पारी में शेफाली के 42 रनों के अलावा कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 30 गेंदों में 36, जेमिमाह रॉड्रिग्स ने 26 गेंदों में 27 रन, पूजा वस्त्रकर ने 13 गेंदों में नाबाद 17 रन बनाकर कर एक बड़ा टारगेट तैयार किया.
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दीप्ति शर्मा पूरे टूर्नामेंट में 13 विकेट लेकर सर्वाधिक खिलाड़ियों को आउट करने वाली खिलाड़ी बनी हैं. तो बल्लेबाजी में जेमिमाह रॉड्रिग्स ने 215 रन बनाकर बाकी खिलाड़ियों से लीड ले रखी है. वहीं शैफाली वर्मा का हरफनमौला प्रदर्शन अब तक शानदार रहा है. इन्होंने विकेट लेने के साथ साथ अब तक 161 रन बनाकर टॉप 3 बल्लेबाजों में शामिल हैं.
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर
"हमने अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन उन्होंने गेंद से बहुत मेहनत की. हमने अच्छे साझेदारियां निभाईं. मेरे लिए वापसी करते हुए रन बनाना जरूरी था. कई अन्य बल्लेबाजों ने भी अच्छा किया. दीप्ति बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहीं हैं. यह एक अच्छा संकेत है. हमारा आत्म-विश्वास काफी ऊंचा है. हम इस मैच से काफी विश्वास लेंगे."
प्लेयर ऑफ द मैच रहीं शेफाली वर्मा भी अपने खेल में निरंतरता रखना चाहती हैं और मैच के बाद उन्होंने इस बात को स्वीकार किया. शेफाली वर्मा का कहना था कि, "यह अच्छा विकेट था. जेमी ने भी अच्छा किया. मेरे गेम में मैं थोड़ा आश्वस्त हूं, लेकिन मुझे और अच्छा करना है और टीम के लिए निरंतर योगदान देना है."
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