नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के बीच शीर्ष टीमों के नाम वापिस लेने के कारण विश्व बैडमिंटन महासंघ ने डेनमार्क में होने वाले थॉमस और उबेर कप टूर्नामेंट मंगलवार को अगले साल तक के लिये स्थगित कर दिया गया है.
भारत ने 3 से 11 अक्टूबर तक डेनमार्क के आरहस में होने वाले टूर्नामेंट के लिए महिला और पुरूष दोनों टीमों की घोषणा कर दी थी.
कोरोना महामारी के कारण हालांकि थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, चीनी ताइपे और अल्जीरिया के बाद शुक्रवार को इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया ने भी नाम वापिस ले लिया जिसकी वजह से BWF ने रविवार को आपात वर्चुअल बैठक बुलाई.
महासंघ ने एक बयान में कहा, "बैडमिंटन विश्व महासंघ मेजबान बैडमिंटन डेनमार्क की सहमति से थॉमस और उबेर कप 2020 स्थगित करने का कठिन फैसला ले रहा है."
इसमें कहा गया, "कई प्रतियोगी टीमों के नाम वापिस लेने के कारण ये फैसला किया गया है. संशोधित BWF विश्व टूर के यूरोपीय चरण के कारण अब इसके लिए 2021 से पहले वैकल्पिक कार्यक्रम बनाना भी मुश्किल है."
BWF ने सिंगापुर और हांगकांग को शामिल करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. ऐसी खबरें हैं कि चीन और जापान भी नाम वापिस लेने की सोच रहे थे.
भारत की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल ने भी ऐसे समय में टूर्नामेंट के आयोजन पर चिंता जताई थी. साइना और पी वी सिंधू महिला टीम की अगुवाई कर रहे थे जबकि पुरूष टीम में दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत शामिल थे.
टीम की तैयारियां भी पुख्ता नहीं थी क्योंकि भारतीय खेल प्राधिकरण के आइसेलेशन प्रोटोकॉल का पालन करने से खिलाड़ियों के इनकार के बाद प्रस्तावित शिविर रद हो गया था.
BWF ने ये भी कहा कि डेनमार्क ओपन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 13 से 18 अक्टूबर तक ओडेंसे में होगा लेकिन 20 से 25 अक्टूबर तक होने वाला विक्टर डेनमार्क मास्टर्स रद कर दिया गया है.
संशोधित कैलेंडर में BWF ने नवंबर में विश्व टूर फाइनल के अलावा एशिया में दो सुपर 1000 टूर्नामेंट कराने का भी फैसला लिया है.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार BWF इंडोनिशया में तीनों टूर्नामेंट कराना चाहता है लेकिन इंडोनेशिया ने कोरोना महामारी के कारण इरादा बदल दिया.
थॉमस और उबेर कप के जरिये मार्च के बाद अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की बहाली होनी थी लेकिन BWF ने स्वीकार किया कि मौजूदा हालात में उच्च स्तर का टूर्नामेंट करा पाना संभव नहीं है और इसी वजह से टूर्नामेंट स्थगित करने का फैसला लिया गया.