नई दिल्ली: अगले महीने होने वाले थॉमस और उबेर कप फाइनल के लिए हैदराबाद में लगने वाला राष्ट्रीय बैडमिंटर शिविर रद कर दिया गया है क्योंकि ये स्पष्ट हो गया कि खिलाड़ियों को सात दिन के अनिवार्य आइसोलेशन से राहत नहीं मिलेगी.
ये शिविर 7 सितंबर से 27 सितंबर तक लगाया जाना था. टूर्नामेंट डेनमार्क में तीन से 11 अक्टूबर तक खेले जायेंगे. भारतीय खेल प्राधिकरण ने पुलेला गोपीचंद अकादमी में शिविर का प्रस्ताव रखा था.
SAI चाहता था कि ट्रेनिंग से कम से कम एक सप्ताह पहले सभी 26 खिलाड़ी आइसोलेशन में रहे जिसे खिलाड़ियों और भारतीय बैडमिंटन संघ ने खारिज कर दिया.
चयनकर्ताओं में से एक विमल कुमार ने कहा, "SAI ने साफ कर दिया कि आइसोलेशन प्रोटोकॉल को लेकर कोई राहत नहीं मिल सकेगी और शिविर का फैसला बाइ पर छोड़ दिया गया है. काफी विचार विमर्श के बाद आज तय किया गया कि खिलाड़ियों के लिए इसका पालन करना कठिन होगा."
उन्होंने कहा, "लिहाजा खिलाड़ी अपने अपने केंद्रों पर अभ्यास करके रवानगी से पहले हैदराबाद पहुंचेंगे."
उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि शिविर या ट्रायल के बिना टीम चुनना कठिन होगा.
साइ ने कहा था कि खिलाड़ियों को गोपीचंद अकादमी में रहकर अभ्यास करना होगा लेकिन अधिकांश शीर्ष खिलाड़ियों ने वहां रहने पर ऐतराज जताया था. इनमें से अधिकतर हैदराबाद से ही हैं.
एक अन्य घटनाक्रम में विश्व कांस्य पदक विजेता बी साइ प्रणीत ने दाहिने घुटने में दर्द के कारण थॉमस कप और डेनमार्क में दो सुपर 750 टूर्नामेंटों से नाम वापिस ले लिया.