चेन्नई: कोर्ट पर शानदार मूवमेंट और तेजतर्रार बैकहैंड लगाने वाले मध्य प्रदेश के 17 साल के बैडमिंटन स्टार प्रियांशू रजावत ने प्रीमियर बैडमिंटन लीग में डेब्यू करते हुए न सिर्फ जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मौजूद दर्शकों का मन मोहा बल्कि वर्ल्ड चैम्पियन पीवी सिंधू जैसी जानकार को भी प्रभावित करने में सफल रहे.
धार निवासी प्रियांशू ने हैदराबाद हंटर्स के लिए सोमवार को पीबीएल में अपना पहला मैच खेला और चेन्नई सुपरस्टार्ज के स्टार खिलाड़ी लक्ष्य सेन को कड़ी टक्कर दी. ये अलग बात है कि प्रियांशू अपने पहले मैच में लक्ष्य के हाथों 6-15, 15-13, 14-15 से हार गए लेकिन वे सबकी ओर से वाहवाही बटोरने में सफल रहे.
प्रियांशू ने 58 मिनट तक चले मुकाबले में लक्ष्य के खिलाफ शानदार फाइटिंग स्प्रिट दिखाया और हर किसी का दिल जीतने में सफल रहे. हैदराबाद हंटर्स टीम के इस युवा खिलाड़ी की उनकी टीम के साथियों ने भी खूब सराहना की. इन सबने कहा कि यह लीग किस तरह से युवाओं को उनका खेल बेहतर करने में मदद कर रहा है.
मैच के बाद रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली सिंधू ने कहा, "पीबीएल निश्चित तौर पर कई युवाओं की मदद कर रहा है. प्रियांशू पहली बार लीग में खेले और उन्होंने शानदार खेल दिखाया. लक्ष्य और प्रियांशू के बीच शानदार मुकाबला हुआ क्योंकि इन्हें सीनियर खिलाड़ियों से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है. ये माहौल जल्दी नहीं मिलता. यहां आप न सिर्फ खुद खेलते हैं बल्कि अपनी टीम के लिए भी योगदान देते हैं. इस सफर में टीम के साथी आपके खेल का स्तर ऊंचा उठाने में आपकी मदद करते हैं."
वर्ल्ड नम्बर-6 सिंधू पीबीएल में कई आपसी प्रतिस्पर्धाओं में शामिल रही हैं और दूसरे सीजन में चेन्नई के लिए खिताब भी जीता है. 24 साल की सिंधु ने कहा कि लीग ने किस तरह एक खिलाड़ी के तौर पर उनके विकास में मददगार रहा है और किस तरह उनके खेल को फायदा पहुंचाया है.
सिंधू ने कहा, "लीग में विदेशी खिलाड़ियों के साथ और उनके खिलाफ खेलते हुए हम काफी कुछ सीखते हैं. हर खिलाड़ी का अलग माइंडसेट होता है और ऐसे में उनके साथ अभ्यास करने और खेलने से आपको फायदा होता है. उपयोगी टिप्स पाने पर किसी भी खिलाड़ी का खेल विकसित होता है. पीबीएल ने मुझे काफी कुछ सिखाया है."
ऐसे में जबकि इस साल ओलंपिक खेला जाना है, मानसिक शक्ति काफी अहम हो जाती है. वर्ल्ड चैम्पियनशिप खिताब जीतने से पहले सिंधु बीडब्ल्यूएफ इवेंट्स में खराब दौर से गुजरी थीं लेकिन इससे उनके मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ा है और अब वह जोरदार वापसी के लिए तैयार हैं.
सिंधू ने कहा, "मैं अपनी मानसिक शक्ति पर काम कर रही हूं. कई मैचो में मैं काफी करीब जाकर हारी हूं और निश्चित तौर पर मैं अपनी गलतियों में सुधार के लिए काम कर रही हूं. सकारात्मक बने रहना जरूरी है और जोरदार वापसी भी जरूरी है."
सिंधु को आशा है कि चेन्नई में मिली हार से उबरते हुए उनकी टीम लखनऊ में 26 जनवरी को अवध वॉरियर्स के साथ होने वाले अपने अगले मैच के माध्यम से लीग में जोरदार वापसी करेगी.