मुंबई : ज़ी टीवी के पॉपुलर रियलिटी शो 'सारेगामापा लिटिल चैंप्स' ने लॉकडाउन के बाद एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लिया है. भव्य कमबैक एपिसोड के दौरान बेहद टैलेंटेड प्रतिभागियों ने एक से बढ़कर एक शानदार परफॉर्मेंस दीं.
अब इस हफ्ते दर्शकों को एक और ट्रीट मिलने वाली है, जिसमें प्रसिद्ध धारावाहिक रामायण के सितारे अरुण गोविल (राम), दीपिका चिखलिया (सीता) और सुनील लहरी (लक्ष्मण) के अलावा महाभारत में दुर्योधन का रोल निभाने वाले पुनीत इस्सर भी सेट पर पहुंचकर इस माइथोलॉजी स्पेशल एपिसोड में प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाएंगे.
इस बार के एपिसोड में दर्शकों के लिए और भी बहुत कुछ है. इस मौके पर हिमेश रेशमिया ने कुछ प्रभावशाली और विचारोत्तेजक बातें कहीं, जिससे सभी को नए गायकों के नजरिए से संगीत जगत के वर्तमान परिदृश्य को जानने का अवसर मिला.
उन्होंने सभी न्यूकमर गायकों से कहा कि वे डिजिटल की ताकत का इस्तेमाल करें और खुद अपने गाने कंपोज़ करके 'आत्मनिर्भर' बनें.
इस एपिसोड के दौरान सभी ने कंटेस्टेंट सक्षम सोनवणे की परफॉर्मेंस को खूब एंजॉय किया, जिसमें उन्होंने हिमेश रेशमिया के गानों 'तेरा सुरूर' और 'झलक दिखला जा' की एक मेडली पेश की.
इस परफॉर्मेंस ने हिमेश को इस कदर प्रभावित कर दिया कि उन्होंने मंच पर आकर सक्षम के एक्ट की तारीफ की. हिमेश नहीं चाहते थे कि उनकी यह प्रतिभा व्यर्थ जाए, इसलिए उन्होंने इंडस्ट्री के कुछ ऐसे सच बताए जिनका ध्यान हर न्यूकमर को रखना चाहिए.
हिमेश ने कहा कि टैलेंटेड सिंगर्स को अपने बिग ब्रेक के लिए किसी भी तरह से बॉलीवुड पर निर्भर नहीं रहना चाहिए. डिजिटल युग में रहते हुए उन्हें खुद अपने गाने कंपोज करने चाहिए, भले ही वो इसमें कितनी भी बार असफल हो जाएं. लोगों से सीधे जुड़ने के लिए नए गायकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने खुद के ब्लॉकबस्टर गाने पेश करने की दिशा में मेहनत करनी चाहिए.
जहां बॉलीवुड में केवल कुछ ही गायकों के लिए दरवाजे खुल पाते हैं, वहीं डिजिटल मीडिया में सभी गायकों को सीधे अपने दर्शकों से जुड़ने का बड़ा अवसर मिलता है.
शो के दौरान सारेगामापा लिटिल चैंप्स के जज हिमेश रेशमिया ने कहा, "मेरे गाने कभी पारंपरिक श्रेणी में नहीं रहे, बल्कि बिल्कुल अलग हैं और इसीलिए मुझे लगता है कि इन्हें गाना किसी और के लिए लगभग नामुमकिन है. लेकिन फिर भी सक्षम ने मेरे गानों को बहुत शानदार ढंग से प्रस्तुत किया है. हालांकि मुझे लगता है कि कंपोजर के बनाए वर्जन की बारीकियां समझना बड़ा दुर्लभ काम है.
उदाहरण के लिए, अरिजीत में सही तरह का पिकअप सेंस है, लेकिन सभी में ऐसा नहीं होता. मुझे लगता है आज के सिंगर्स को अपने खुद के गाने बनाने और कंपोज़ करने चाहिए क्योंकि तब ही उन्हें अपनी कंपोज़िशन की असली भावना का एहसास होगा और यही बात सुनने वालों से जुड़ जाएगी.
हिमेश ने आगे कहा, "बीते समय में अल्का जी और मैंने 'तेरे नाम' के लिए 8 घंटे तक डब किया था और इसी बात ने इस गाने को इतना हिट बना दिया. इस नए नॉर्मल के बीच मुझे लगता है कि डिजिटल ही एक गायक और उसके श्रोताओं के बीच सीधा माध्यम है जिसके जरिए वो अपनी पहुंच बना सकते हैं. मैं वाकई यह चाहता हूं कि किसी सिंगर को बॉलीवुड का, किसी एक्टर, डायरेक्टर या किसी प्रोड्यूसर का मोहताज ना होना पड़े.
बहरहाल, हमें भी लगता है कि हिमेश के ये प्रेरणा भरे शब्द देशभर के अनेक युवा गायकों के सपनों को नई उड़ान देंगे. उनकी इन मूल्यवान बातों के अलावा जब शो में स्वयं राम, लक्ष्मण और सीता होंगे, तो दर्शकों को भी पौराणिक रस का आनंद मिलेगा. उन्हें लिटिल चैंप्स के शानदार एक्ट्स भी देखने को मिलेंगे, जिनमें रनिता बनर्जी 'ऐसा लगता है' गाने पर एक शानदार परफॉर्मेंस देती नजर आएंगी, वहीं ज़ैद अली 'कुन फाया कुन' पर एक यादगार परफॉर्मेंस देकर सभी का दिल जीत लेंगे.