मुंबई: फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा ने अपनी नई फिल्म 'शिकारा' की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया.
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उनका कहना है कि जिन लोगों ने उन पर फिल्म में कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा का व्यवसायीकरण करने का आरोप लगाया है, वह गधे हैं.
विधु फिल्म के मुख्य कलाकार आदिल खान और सादिया के साथ 'शिकारा' का प्रचार करने के लिए मुंबई के केसी कॉलेज पहुंचे. जहां उन्होंने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा, 'मेरी फिल्म '3 इडियट्स' जिसने अपने रिलीज के पहले दिन 33 करोड़ रुपये कमाए थे और हमें पता था कि 'शिकारा' का पहले दिन का कलेक्शन 30 लाख होगा. इसके बावजूद हमने इस फिल्म को बनाने के लिए अपने जीवन के 11 साल दिए. जब मैं अपनी मां की याद में एक फिल्म बनाता हूं, जो अपने पहले दिन 30 लाख रुपये की कमाई करती है, तो लोग कहते हैं कि मैंने कश्मीरी पंडितों के दर्द का कमर्शियल किया है. मुझे लगता है कि ऐसे लोग गधे हैं और इसीलिए मैं आपको बताना चाहता हूं, गधे मत बनो. पहले फिल्म देखिए और फिर अपनी राय तैयार कीजिए.
'शिकारा' में 1989 और 1990 में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन की दर्द भरी दास्तान को दिखाया गया है, जिसे जगती और अन्य शिविरों के 40,000 असली प्रवासियों के साथ फिल्माया गया है.
इतना ही नहीं, फिल्म में माइग्रेशन की वास्तविक फुटेज भी शामिल की गई है.
यह फिल्म इसलिए भी खास है, जहां चार हजार असली कश्मीरी पंडितों ने 1990 की कश्मीरी घाटी के विघटन को रीक्रिएट करने के लिए फिल्म की शूटिंग की है. वास्तविक लोगों से वास्तविक कहानियों तक, 'शिकारा' में सब कुछ वास्तविकता के बहुत करीब रखा गया है.
विधु विनोद चोपड़ा की फ़िल्म 'शिकारा' ने 7 फरवरी, 2020 को सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है.
फॉक्स स्टार स्टूडियोज द्वारा प्रस्तुत, यह फ़िल्म विनोद चोपड़ा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित और फॉक्स स्टार स्टूडियो द्वारा सह-निर्मित है.
'शिकारा' से विधु ने बॉलीवुड में लंबे अर्से के बाद बतौर निर्देशक वापसी किया है.
चोपड़ा ने आखिरी बार 2007 में रिलीज हुई 'एकलव्य' का निर्देशन किया था. जिसमें अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, सैफ अली खान, विद्या बालन, राइमा सेन, जैकी श्रॉफ और जिम्मी शेरगिल लीड रोल में थे.